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फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री की टीमों की प्लाईवुड फैक्ट्रियों में रेड, यूरिया व ग्लू के लिए सैंपल, बिलों की जांच

यमुनानगर: यमुनानगर में फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री की टीमों ने शुक्रवार को प्लाईवुड फैक्ट्रियों में रेड की। जिससे हड़कंप मच गया। हालांकि टीम की रेड की सूचना लीक हो गई। जिसका पता लगते ही कुछ संचालक फैक्ट्री बंद कर फरार हो गए। टीम ने 12 फैक्ट्रियों में जांच की। यहां से यूरिया, ग्लू के सैंपल लिए गए व बिलों की जांच की। प्लाईवुड फैक्ट्रियों में टेक्नीकल यूरिया की जगह कृषि योग्य यूरिया का प्रयोग किया जाता है। इसकी पुष्टि हाल ही आए सैंपलों की रिपोर्ट से हुई है। बता दें कि 25 अप्रैल को करेहड़ा खुर्द में खाद के गोदाम पर जीएसटी की रेड के बाद यूरिया के बिलों का फर्जीवाड़ा मिला था। इसके बाद से ही प्लाईवुड फैक्ट्रियां रडार पर थी।

कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली व पंचकूला से यह टीम आई है। टीम ने खजूरी रोड, पुराना सहारनपुर रोड सहित अन्य कई जगह पर करीब एक दर्जन फैक्ट्रियों में रेड की है। यह टीम फैक्ट्रियों में विशेषतौर पर यूरिया व बिलों की जांच के लिए पहुंची है। वहीं फैक्ट्रियों में शाम तक रेड चल रही है। कोई भी अधिकारी इस बारे में अधिक बोलने को तैयार नहीं है। फैक्ट्रियों में भी दो से तीन कर्मचारी गुपचुप तरीके से पहुंचे।

मई माह में भी हुई थी रेड
फर्टिलाइजर मंत्रालय की टीम ने मई माह में भी फैक्ट्रियों में रेड की थी। जिसका व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया था और सड़कों पर भी उतर आए थे, लेकिन उनके विरोध प्रदर्शन का कोई असर नहीं हुआ। जांच में सहयोग न करने पर ईएमएम डीइइ प्लाईवुड इंडस्ट्रीज जोडिया फर्कपुर, श्री बालाजी इंडस्ट्री जोडिया फर्कपुर व युनाइटेड प्लाईवुड साबापुर पर एफआइआर भी दर्ज कराई गई थी।

इनके सैंपल हुए फेल
इसी दौरान फैक्ट्रियों से टेक्नीकल यूरिया के सैंपल भी लिए गए थे। अब इन सैंपलों की रिपोर्ट भी आ चुकी है। इनमें से ग्लोब पैनल इंडस्ट्रीज व नीलगिरी प्लाईवुड से लिए सैंपल फेल आ चुके हैं। जिस पर दो दिन पहले दोनों फर्माें के खिलाफ गुण नियंत्रक बाल मुकंद की शिकायत पर केस दर्ज भी दर्ज हो चुका है।

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