पिता ने बेटी से की हैवानियत, तो गर्भवती हुई लड़की, अब कोर्ट ने सुनाया ये बड़ा फैसला

नई दिल्ली: हैदराबाद की एक बहादुर युवती ने अपने पिता के खिलाफ एक लंबी और कठिन कानूनी लड़ाई लड़ कर जीत हासिल की। आरोपी पिता ने उससे बचपन में कई बार दुष्कर्म किया और जिसके कारण वह 17 साल की उम्र में गर्भवती हो गई थी। इस भयावह अनुभव के बाद उसे गर्भपात के लिए मजबूर किया गया था। सालों पहले उसकी माँ उन्हें छोड़कर चली गई थी, जिसके बाद वह और उसका छोटा भाई अपने पिता के साथ रहने लगे थे।
परिवार के भीतर भारी दबाव के बावजूद, इस साहसी युवती ने अपने पिता के कुकर्मों के खिलाफ आवाज उठाने और कानूनी लड़ाई लड़ने का दृढ़ निश्चय किया। वर्ष 2023 में जब यह मामला दर्ज हुआ, तब युवती की उम्र केवल 17 वर्ष थी, जबकि उसकी सौतेली बहन 15 वर्ष और उसका छोटा भाई 14 वर्ष का था। मुकदमे की सुनवाई के दौरान, आरोपी पिता, जो पेशे से एक दर्जी था, ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया। उसने दावा किया कि उसे झूठा फंसाया जा रहा है और उसकी बेटी अपने प्रेमी के साथ संबंध के कारण गर्भवती हुई थी। उसने अदालत में यह भी आरोप लगाया कि युवती घर से अक्सर बड़ी मात्रा में नकदी चुराया करती थी, और जब उसने उसे इस बात के लिए डांटा, तो उसने बदले में उसके खिलाफ बलात्कार की झूठी शिकायत दर्ज करा दी।
दोषी पिता ने अपने दो अन्य बच्चों की गवाही को भी चुनौती देने का प्रयास किया। उसने दावा किया कि उन्होंने अपनी बड़ी बहन के कहने पर उसके खिलाफ गवाही दी थी। हालांकि, अदालत ने उनके बयानों और उनसे जुड़े परिस्थितिजन्य साक्ष्यों की गहन जांच के बाद, उनके साक्ष्यों को पूरी तरह से सत्य माना। आखिरकार, 4 अप्रैल को अदालत ने आरोपी को सभी आरोपों में दोषी ठहराया और उसे आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाई।