FIFA World Cup : उरुग्वे को पीटकर फ्रांस सेमीफाइनल में
निझनी नोवोगोरोड। उरुग्वे का मजबूत डिफेंस शुक्रवार को आखिरकार फ्रांस के सामने चल नहीं सका और फ्रांस ने उरुग्वे की मजबूत डिफेंस को तोड़ते हुए 2-0 की शानदार जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल का टिकट हासिल कर लिया है। 2006 के बाद यह पहला मौका है जब फ्रांस ने अंतिम-4 में प्रवेश किया है। निझनी नोवोगोरोड स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में फ्रांस की टीम ने शुरू से उरुग्वे के खिलाफ मजबूत खेल दिखाया।
वह छठी बार क्वार्टर फाइनल की बाधा पार करने में भी सफल रही है। अगर देखा जाये तो दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला क्योंकि दोनों टीमों का डिफेंस काफी मजबूत देखा जा सकता है। मैच के 15वें मिनट में फ्रांस के कीलियन म्बापे ने गोल करने का मौका उस समय गवां दिया जब गोल के सामने से गेंद को नेट के पास से निकल गई। इसके बाद 35वें मिनट में भी फ्रांस के पास मौका था और इस बार उसके लिए अच्छी बात यह थी कि उरुग्वे के खिलाड़ी पेनाल्टी एरिया में ज्यादा करीब नहीं थे. पॉल पोग्बा ने बाएं तरफ से गेंद को पेनाल्टी एरिया में डाला लेकिन एंटोनी ग्रीजमैन और ओलिविएर जिरोड वहां गेंद को लेने के लिए मौजूद नहीं थे।
आखिरकार 40वें मिनट में डिफेंडर राफेल वारन ने उरुग्वे के डिफेंस को चालाकी से भेद दिया. इस मिनट में फ्रांस को फ्री किक मिली जिसे ग्रीजमैन ने बॉक्स में डाला. वरान ने उरुग्वे के डिफेंडरों के सामने से आकर हेडर के जरिए गेंद को नेट में डाल फ्रांस को 1-0 से आगे कर दिया। इसके बाद उरुग्वे को गोल करने के कई मौके मिले लेकिन गोल करने में नाकाम रही। पहले हाफ का स्कोर यही रहा और फ्र ांस 1-0 से आगे रहा। दूसरे हाफ के 44वें मिनट में उरुग्वे के गोल करने का सुनहरा मौका था लेकिन वह कॉर्नर को गोल में नहीं बदल सका। इसी बीच उरुग्वे के गोलकीपर फर्नाडो मुसलेरा की गलती ने फ्रांस को दूसरा गोल दिया. ग्रीजमैन ने बॉक्स के बाहर से शॉट लिया जो सीधा मुसलेरा के हाथों में गया लेकिन उनके हाथ झटक गए और गेंद नेट में चली गई और इसी के साथ 61वें मिनट में 1998 की विजेता 2-0 से आगे हो गई.