उत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगलखनऊ

उप्र के 16 जनपदों के 1,090 गांवों में बाढ़ का कहर


-शारदा, राप्ती और सरयू अभी भी कुछ जगह खतरे के जलस्तर से ऊपर

लखनऊ। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने रविवार को यहां लोक भवन में बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।

वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपद अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रुखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर के 1,090 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुर खीरी), राप्ती नदी राप्ती बैराज (श्रावस्ती), सरयू (घाघरा) नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।

प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 07 टीमों को मिलाकर इस प्रकार कुल 22 टीमें तैनाती की गयी हैं। 1,033 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी हैं। बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 1,26,417 खाद्यान्न किट व 2,49,024 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 288 मेडिकल टीम लगायी गयी है।

बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 370 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी है। प्रदेश में 404 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं तथा 6,82,394 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4,093 कुंतल भूसा वितरित किया गया है।

Related Articles

Back to top button