सुधर जाएं हेडफोन लगाने के शौकीन, भुगतना पड़ सकता है भारी खामियाजा
आजकल युथ के लिए ये एक तरह का फैशन बन गया है की हर काम को करते वक़्त वो कान में हेडफोन लगाकर म्यूजिक जरूर सुनते हैं। कहीं ट्रेवल करना हो, कोई घर का काम कर रहे हों या फिर पढाई ही क्यों ना कर रहे हो कान में हेडफ़ोन जरूर लगा होता है। खासकरके मेट्रो सिटी के बच्चों और युवाओं में हेडफोन पर म्यूजिक सुनने का क्रेज सबसे ज्यादा है। आज हम आपको जो बताने जा रहे हैं उसके बारे में जानकर आप भी हेडफ़ोन पर अगर गाने सुनते हैं तो आप भी इस खबर को पढ़ने के बाद हेडफोन का इस्तेमाल करना बंद कर देंगे।
आपको बता दें की इंसान के सुनने की क्षमता निश्चित होती है और एक सिमित आवाज से ज्यादा अगर वो रोज सुने तो धीरे धीरे उसके सुनने की शक्ति ख़त्म हो सकती है। वैज्ञानिक शोधों के आधार पर ये पता चला है की अगर कोई व्यक्ति 90 डेसीबल से ज्यादा की आवाज रोज सुनता है तो संभव है की वो बहुत जल्द अपने सुन पाने की शक्ति खो देगा। अगर आपको गाना हेडफोन में सुनने का शौख है तो आप बेशक सुने लेकिन बीच बीच में कुछ देर का विराम जरूर लें लागतार कान में हेडफोन लागकर सुनने से आप अपने सुनने की शक्ति जल्द खो सकते हैं जो की आपके आने वाले जिंदगी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
हेडफ़ोन का भी जब आप वॉल्यूम बढ़ाते हैं तो उसमे एक नोटिफिकेशन आपको दिखता होगा जिसमे ये लिखा होता है की एक लिमिट से ज्यादा आवाज में गाने सुन्ना आपके कानों के लिए अच्छा नहीं है। याद रहे की आपको वो लिमिट कभी क्रॉस नहीं करनी चाहिए क्यूंकि इससे आपको खुद नुकसान पहुंच सकता है।
जिस प्रकार से अपनी कंघी, अपना ब्रश और लडकियां अपनी लिपस्टिक किसी और के साथ शेयर नहीं करती उसी प्रकार कभी भी अपना हेडफोन किसी और के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है और ये हैं हेडफ़ोने शेयर करने से दूसरे व्यक्ति की बीमारी आपके कानो में पहुंच सकती है और आपका कान ख़राब भी हो सकता है।
अगर कभी आपको किसी और का हेडफोन इस्तेमाल भी करे तो उसे अच्छी तरह से साफ़ करने के बाद ही अपने कानो में लागएं अन्यथा आपको संक्रमण का शिकार होना पड़ सकता है , वैसे तो अच्छाई इसी में है की कभी भी ना तो किसी को अपना हेडफोन दें और ना ही किसी और का हेडफोन इस्तेमाल करें। इन छोटी बातों का ध्यान रख आप भी अपने कानों को स्वस्थ्य रख सकते हैं और कई प्रकार के बीमारियों से भी बच सकते हैं।