लाड़ली बहना योजना में पात्र-अपात्र छांट रही सरकार
भोपाल : लाड़ली बहना योजना में आवेदन करने वाली अपात्र बहनों की अब सरकार खोज करा रही है। ढाई लाख रुपए से अधिक वेतन, चार पहिया वाहन और पांच एकड़ जमीन होंने के बाद भी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन करने वाली अपात्र बहनों को योजना से बाहर किया जाएगा। योजना में अब तक दो लाख दो हजार शिकायतें और आपत्तियां आई है।
इसमें डेढ़ लाख शिकायतें तो फोटो मिसमैच की है जिनकी जांच जिला स्तर पर कराई जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी जिलों में लाड़ली बहना योजना के तहत 23 वर्ष से अधिक उम्र की विवाहित बहनों के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की है। इस योजना में हर महीने पात्र बहनों का सरकार एक हजार रुपए उनके बैंक खातों में जमा कराएगी।
इस योजना में भारी संख्या में लाड़ली बहनों ने आवेदन किए है। योजना के तहत अधिकांश जिलों में अपात्र महिलाओं ने भी आवेदन कर दिए है। इसको लेकर आमजन से आपत्तियां मंगाई गई है। जिन महिला प्रतिभागियों के परिवार की आय ढाई लाख रुपए से अधिक है। जो महिलाएं शासकीय कार्य कर रही है। ऐसे हितग्राही जिन्हें आहार योजना में प्रतिमाह एक हजार रुपए मिल रहे है। इसके अलावा ऐसे परिवार जिनके पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है और जिन परिवार के पास चार पहिया वाहन है। ये सभी योजना के लिए अपात्र है।
महिला बाल विकास आयुक्त ने सभी जिलों से अपात्र लाड़ली बहनों के संबंध में आपत्तियां एक से पंद्रह तारीख तक मंगवाई थी लेकिन अधिकांश जिलों से आपत्तियां प्राप्त नहीं हुई है। इसको लेकर महिला बाल विकास आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसको लेकर क्षेत्रीय लोगों को भी जानकारी देने को कहा है ताकि आपत्तियां आए और ऐसी अपात्र बहनों को योजना से बाहर किया जाए।