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केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार की शाम यहां बताया कि जीएसटीएन में अगस्त 2017 के दौरान पंजीकृत हुए कारोबारियों और कंपोजिशन डीलरों को छोड़ दें तो जुलाई महीने के लिए कुल 59.57 लाख कारोबारियों या फर्मो द्वारा रिटर्न दाखिल होना जरूरी था।
29 अगस्त 2017 की सुबह दस बजे तक 38.38 लाख रिटर्न दाखिल हुए मतलब 64.42 फीसदी कारोबारियों ने जुलाई के लिए रिटर्न दाखिल किया। उन्होंने बताया कि जुलाई महीने के लिए 29 अगस्त 2017 की सुबह दस बजे तक सरकार के पास जीएसटी मद में कुल 92283 करोड़ रुपये जमा हुए।
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इस राशि में से सीजीएसटी मद में 14894 करोड़ रुपये, एसजीएसटी मद में 22722 करोड़ रुपये, आईजीएसटी मद में 47469 करोड़ रुपये और सेस के मद में 7198 करोड़ रुपये आए।
उल्लेखनीय है कि जीएसटी से पहले केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर विभाग और राज्यों के वाणिज्यिक कर विभाग में कुल 72.33 लाख करदाता पंजीकृत थे। इनमें से 58.53 लाख करदाताओं ने पूर्ण रूप से अपना माइग्रेशन जीएसटीएन में करवा लिया जबकि 13.80 लाख करदाताओं की माइग्रेशन की प्रक्रिया में कुछ काम अभी भी शेष है।
सरकार के मुताबिक 29 अगस्त 2017 की सुबह 10 बजे तक कुल 18.83 लाख नए करदाताओं ने जीएसटीएन में पंजीकरण करवाया है।