यूं तो हिचकी आना सामान्य बात है, लेकिन लगातार हिचकी आना एक तरह की बीमारी है। हिचकी को रोकना मुश्किल होता है। कई बार गले में कुछ फंसने, मौसम में बदलाव या तेज मिर्च मसाला खाने से हिचकियां आने लगती हैं। इससे बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे अपनाएं जा सकते हैं। फिर भी हिचकी न रुके तो डॉक्टरी राय लें।
सीने के हिस्से पर डायफ्रॉम की मांसपेशियों के अचानक सिकुडऩे की वजह से हिचकी आने लगती है। मुंह में जब वायु ऊपर की ओर बढ़ती है तो हिक-हिक की आवाज आती है। इस तरह वायु रुक-रुक कर बाहर निकलती है। ऐसी स्थिति वायु बढ़ाने वाले पदार्थों को खाने से उत्पन्न होती है। कई बार मिर्च मसाले वाली चीजें खाने या गले में कोई चीज अटक जाने से पेट से ऊपर की ओर वायु उठने से होती है जिससे हिचकी शुरू हो जाती है। कुछ गर्म खाने के बाद कुछ ठंडा खाने, धूम्रपान करने या ज्यादा तनाव लेने से भी हिचकी आती है।
शहद की मिठास शरीर की नसों को नियंत्रित रखती हैं। ऐसे में सिर्फ शहद चाटने या एक चम्मच नींबू के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी आराम मिलता है। नींबू का एक चौथाई टुकड़ा भी मुंह में रख सकते हैं। चीनी भी हिचकी रोकने में सहायक है। कालीमिर्च खाना भी लाभकारी है। तीन कालीमिर्च व मिश्री मिलाकर चबाएं या रस चूसते रहें। जरूरत लगे तो एक या दो घूंट पानी पी सकते हैं। हिचकी से राहत मिलती है।