उत्तराखंड

आईआईटी रूड़की ने भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तत्वावधान में सीओई इन पेट्रोकैमिकल्स का किया उद्घाटन, यह सेंटर ‘पेट्रोकैमिकल उद्योगों में प्रक्रिया विकास एवं व्यर्थजल प्रबन्धन’ को देगा बढ़ावा

रूड़की : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की (आईआईटी रूड़की) ने आईआईटी रूड़की के डिपार्टमेन्ट ऑफ कैमिकल इंजीनियरिंग में सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स इन पेट्रोकैमिकल्स का उद्घाटन किया। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तत्वावधान में अनुमोदित यह सेंटर ‘पेट्रोकैमिकल उद्योगों में प्रक्रिया विकास एवं व्यर्थजल प्रबन्धन’ पर काम करेगा। सीओई का नेतृत्व शुरू में प्रो. शिशिर सिन्हा ने किया था और बाद में प्रो. वी.सी. श्रीवास्तव व अन्य सहयोगी ने किया । आईआईटी रूड़की और सीआईपीईटी (सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकैमिकल्स इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी) ने आईआईटी रूड़की में पेट्रोकैमिकल्स, प्लास्टिक, पॉलिमर्स, कैमिकल इंजीनियरिंग एण्ड साइंस एवं मटीरियल साइंस के क्षेत्रों में अकादमिक और अनुसंधान को सशक्त बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
यह समझौता ज्ञापन पेट्रोकैमिकल्स, प्लास्टिक, पॉलिमर्स, कैमिकल इंजीनियरिंग एवं साइंस के क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास के महत्व को बढ़ावा देगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स का उद्घाटन अरूण बरोका, आईएएस, सचिव, डिपार्टमेन्ट ऑफ कैमिकल एण्ड पेट्रोकैमिकल, भारत सरकार द्वारा किया गया। इस मौके पर प्रोफेसर के.के. पंत, डायरेक्टर, आईआईटी रूड़की, दीपक मिश्रा, संयुक्त सचिव, पेट्रोकैमिकल्स, प्रोफेसर, शिशिर सिन्हा, डायरेक्टर जनरल, सीआईपीईटी और प्रोफेसर वीसी श्रीवास्तव, हैड कैमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेन्ट भी मौजूद थे।

कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर के.के. पंत, डायरेक्टर, आईआईटी रूड़की ने कहा, ‘‘वर्तमान में डिपार्टमेन्ट ऑफ कैमिकल इंजीनियरिंग में सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स पूरी तरह से स्थापित है और ग्रीन कैमिकल एवं पेट्रो कैमिकल्स में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। यह साझेदारी पेट्रोकैमिकल्स, प्लास्टिक्स, पॉलिमर्स, कैमिकल इंजीनियरिंग एण्ड साइंस, मटीरियल साइंस एवं अन्य क्षेत्रों में संयुक्त निगरानी के माध्यम से सीआईपीईटी एवं आईआईटी रूड़की के बीच इंटरैक्शन को बढ़ावा देगी।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए अरूण बरोका, आईएएस, सचिव, डिपार्टमेन्ट ऑफ कैमिकल एण्ड पेट्रोकैमिकल्स, भारत सरकार ने कहा, ‘‘आईआईटी में स्थापित सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स इन पेट्रोकैमिकल्स, पेट्रोकैमिकल्स, प्लास्टिक्स, पॉलिमर्स, कैमिकल इंजीनियरिंग एण्ड साइंस और मटीरियल साइंस में अनुसंधान को बढ़ावा देगा। इसके अलावा आईआईटी रूड़की एवं सीआईपीईटी के बीच यह समझौता ज्ञापन एस एण्ड टी और अप्लाईड रीसर्च एण्ड कन्सलटेन्सी में वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान और पेशेवर उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करेगा।’

प्रोफेसर शिशिर सिन्हा, डायरेक्टर जनरल, सीआईपीईटी ने कहा, ‘‘एक संस्थान के रूप में सीआईपीईटी देश के 45 से अधिक लोकेशनों में हब एण्ड स्पोक मॉडल पर काम करता है, जो कौशल प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग, अकादमी एवं अनुसंधान में विशेषज्ञ है। आईआईटी रूड़की प्रोग्राम में सीआईपीईटी विशेषज्ञों की भागीदारी देश के लिए कारगर साबित होगी।’ सीआईपीईटी एवं आईआईटी रूड़की के बीच साझेदारी पर बात करते हुए दीपक मिश्रा, संयुक्त सचिव, पेट्रोकैमिकल्स ने कहा, ‘‘ये संयुक्त प्रयास नियमों एवं विनियमों के साथ किसी तरह का समझौता किए बिना देश में पेट्रोकैमिकल्स, प्लास्टिक्स, पॉलिमर्स, कैमिकल इंजीनियरिंग एण्ड साइंस, मटीरियल साइंस तथा इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी एवं साइंस के अन्य क्षेत्रों में प्रशिक्षित मैनपावर की उपलब्धता को बढ़ावा देंगे।’

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