नई दिल्ली/नंदुरबार. महाराष्ट्र (Maharashtra) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां के नंदुरबार (Nandubar) जिले में एक आदिवासी महिला की कथित आत्महत्या कांड (Suicide) ने अब एक नया मोड ले लिया है। बीते गुरुवार को उसके शव को फिर दोबारा से पोस्टमार्टम के लिए गड्ढे से निकाला गया है। दरअसल न्याय न मिलने पर महिला के पिता ने उसके शव को 44 दिनों तक नमक के गड्ढे में सुरक्षित रखा था।
घटना को लेकर मृतका के पिता ने आरोप लगाए थे कि उसके साथ रेप किया गया है, लेकिन पुलिस ने केवल इस केस में खुदकुशी का मामला दर्ज किया। हालांकि परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या करने का भी संगीन आरोप लगाया था। पुलिस अधिकारी के अनुसार, आज शुक्रवार को होने वाले पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का एक पैनल बनाया गया है। साथ ही पूरी प्रक्रिया की अब वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
पुलिस की मानें तो, बीते एक अगस्त को नंदुरबार के धाड़गांव तालुका के वावी में महिला का शव लटका हुआ मिला था. इस पर मृतका के पिता का दावा था कि, 4 लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया है। वहीं तब मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। नंदुरबार के एक सरकारी अस्पताल में महिला के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म से इनकार किया गया। पुलिस ने घटना पर आत्महत्या का मामला दर्ज किया था।
इस पर मृतका के परिवार ने पुलिस पर ठीक से जांच न करने के आरोप लगाए थे। इसलिए उन्होंने शव का अंतिम संस्कार करने के बजाय उसे सुरक्षित रखने का निर्णय लिया था। चूँकि नमक के गड्ढे में शव सुरक्षित रखा गया था। लिहाजा जांच अधिकारी को मुंबई में एक और पोस्टमॉर्टम करने के लिए तैयार होना पड़ा।