IND vs AUS: सीरीज में बने रहने के लिए भारत की जीत जरूरी
India vs Australia (IND vs AUS) 2nd ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला कल यानी 15 जनवरी से एडिलेड ओवल के मैदान पर खेला जाएगा. मेहमान कंगारू टीम ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए पहले वनडे मैच में स्टार खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम को 34 रनों से शिकस्त दी थी. सीरीज में ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे है. एडिलेड ओवल में खेला जाना वाला दूसरा वनडे मैच टीम इंडिया के लिए ‘करो या मरो’ का मुकाबला होगा. अगर भारत यह मैच जीत लेता है तो सीरीज में बना रहेगा नहीं तो ऑस्ट्रेलिया के हाथों सीरीज गंवा देगा.
सिडनी वनडे में रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी को छोड़कर टीम का कोई और बल्लेबाज नहीं चल पाया. धोनी ने हालांकि काफी धीमी पारी खेली जिसके लिए उनकी आलोचना भी हुई थी. टीम का टॉप ऑर्डर तो सिर्फ चार रनों पर ही पवेलियन में बैठ गया था जिसमें शिखर धवन, कप्तान विराट कोहली और अंबति रायडू के नाम शामिल हैं. ऐसा हालांकि बहुत कम देखने को मिला है जब भारत का टॉप ऑर्डर नहीं चल पाया. ऐसे में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव किए जा सकते हैं और हो सकता है धोनी एक बार फिर नीचे उतरें.
मिडिल ऑर्डर पर अच्छी रन रेट को बनाए रखने का दवाब होगा जो पहले मैच में नहीं देखने को मिली थी. कोहली टीम में बदलाव कर सकते हैं और दिनेश कार्तिक को बाहर बैठा कर केदार जाधव को खिलाया जा सकता है. वहीं गेंदबाजी में कोहली बिना बदलाव के उतर सकते हैं. हालांकि खलील अहमद फॉर्म में नहीं है. उन्होंने युजवेंद्र चहल के साथ नेट्स पर गेंदबाजी की. तीन तेज गेंदबाजों में से मोहम्मद शमी पहले मैच में सबसे असरदार रहे और ‘करो या मरो’ के मुकाबले में उन्हें बाहर नहीं रखा जाएगा. टीम प्रबंधन रवींद्र जडेजा पर भरोसा कायम रख सकती है और ऐसे में चहल की तुरंत वापसी संभव नहीं लगती.
ऑस्ट्रेलिया की पहले मैच में जीत की जो वजह थी वो उसकी गेंदबाजी थी. झाए रिचडर्सन और जेसन बेहरेनडोर्फ की जुगलबंदी ने भारत के धवन, कोहली और रायडू जैसे बल्लेबाजों से युक्त मजबूत शीर्ष क्रम को बेहद सस्ते में पवेलियन लौटा दिया था. साथ ही नाथन लियोन, मार्कस स्टोइनिस ने बीच के ओवरों में भारत की रनगति को थामे रखा था, जिससे आसान सा दिखने वाला लक्ष्य भी अंत तक आते-आते बड़ा लगने लगा था. आठ साल बाद वापसी करने वाले पीटर सिडल ने भी प्रभावी प्रदर्शन किया था.
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी तो अच्छी रही थी, लेकिन उसकी बल्लेबाजी में कहीं न कहीं कमी रही थी और इसी कारण टीम 300 के पार न जाकर 288 तक सीमित रह गई थी. ऑस्ट्रेलियाई मिडिल ऑर्डर ने हालांकि अपनी जिम्मेदारी निभाई थी और उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब ने टीम को खराब शुरुआत से बाहर निकालते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था.
टीमें-
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबति रायडू, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज.
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), एलेक्स केरी (विकेटकीपर), उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, नाथन लियोन, पीटर सिडल, झाए रिचर्डसन, मिशेल मार्श, बिली स्टानलेक, एस्टोन टर्नर, एडम जाम्पा और जेसन बेहरेनडोर्फ.