IND vs NZ: लंदन से कानपुर तक की एक कहानी, भारतीय गेंदबाज ने दिग्गज बल्लेबाजों को ‘पिलाया पानी’
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने कानपुर टेस्ट (Kanpur Test) के तीसरे दिन न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ अच्छी वापसी की और कीवी टीम की पहली पारी सिर्फ 296 रनों पर समेट दी. न्यूजीलैंड का ये हाल करने में मुख्य भूमिका निभाई बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल (Axar Patel) ने, जिन्होंने न्यूजीलैंड की आधी टीम को पवेलियन भेजते हुए 5 विकेट झटके. वहीं अक्षर के अलावा रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने भी जुझारू गेंदबाजी की और 3 विकेट अपने नाम किए. हर जगह चर्चा इन्हीं दोनों गेंदबाजों के प्रदर्शन की है और इसके चलते टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव के उस खास कमाल की ओर कम ही ध्यान जा रहा है, जो वह लंदन से लेकर कानपुर तक दिखा चुके हैं. वो कमाल जिसके सामने टेस्ट क्रिकेट के नंबर एक और नंबर दो बल्लेबाज पानी मांगते दिखे हैं.
ग्रीन पार्क स्टेडियम में तीसरे दिन के पहले सेशन में भारत को जब पहली सफलता रविचंद्रन अश्विन ने दिलाई, तो टीम इंडिया और फैंस को बड़ी राहत मिली, क्योंकि इसके लिए 66 ओवर का इंतजार करना पड़ा था. फिर भी हर भारतीय फैन को एक डर था और वो था कीवी कप्तान केन विलियमसन का क्रीज पर आना. भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में मैच जिताऊ पारी खेलकर खिताब से दूर रखने वाले विलियमसन के उस कारनामे की यादें अभी तक ताजा हैं और जाहिर तौर पर भारत की राह में सबसे बड़ा रोड़ा वही थे.
विलियमसन को जबरदस्त जाल में फंसाया
ऐसे में टीम इंडिया को उनको पवेलियन लौटाने की जरूरत थी. उम्मीद और अनुमान लगाए जा रहे थे कि अश्विन या अक्षर पटेल जैसा कोई गेंदबाज उन्हें आउट करेगा, लेकिन ये काम किया तेज गेंदबाज उमेश यादव ने. वही तेज गेंदबाज, जिन्हें पिछले कुछ वक्त में कम ही मौके मिले हैं, लेकिन जब भी मौके मिले, तो उनका कहर दिखा. उमेश ने लंच ब्रेक से ठीक पहले विलियमसन को पवेलियन लौट दिया. विलियमसन का विकेट लेना बड़ी बात थी, लेकिन जिस अंदाज में उमेश ने कीवी कप्तान को आउट किया, वो वाकई शानदार था और उमेश की काबिलियत का प्रमाण था.
ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को छोड़ने या उस पर थर्ड मैन की ओर लेट कट खेलने के लिए मशहूर विलियमसन को उन्हीं के जाल में उमेश ने फंसाया. उमेश की गुड लेंथ गेंद ऑफ स्टंप के बाहर थी और विलियमसन को उसके स्टंप्स की ओर आने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन गेंद तेजी से अंदर आई और पैड पर लगी. अंपायर ने LBW दे दिया. गेंद इतनी सटीक थी कि DRS भी विलियमसन को नहीं बचा सका.
ढाई महीने पहले ओवल में किया था कमाल
विलियमसन को इस तरह आउट कर उमेश ने करीब ढाई महीने पुरानी यादें ताजा कर दीं. भारतीय पेसर ने बिल्कुल ऐसा ही कमाल ढाई महीने पहले लंदन के ओवल मैदान में किया था और तब उनका शिकार बने थे विश्व के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज और इंग्लैंड के कप्तान जो रूट. वही रूट जिनका तोड़ ढूंढना भारत के लिए मुश्किल हो गया था. ओवल टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी में जब टीम इंडिया को रूट के विकेट की तलाश थी, तो उमेश ने बिना किसी परेशानी के ये काम किया. उस वक्त भी उमेश ने ऐसे ही ऑफ स्टंप के बाहर की लाइन पर गुड लेंथ गेंद रखी थी और रूट उसी लाइन पर इसे खेलने गए, लेकिन गेंद तेजी से स्विंग होकर अंदर के लिए आई और रूट के स्टंप्स उखड़ गए थे. रूट का विकेट गिरने के साथ ही भारत की राह आसान हो गई थी और अब लंदन के उसी कमाल को भारतीय तेज गेंदबाज ने कानपुर में भी दोहराकर टीम की वापसी कराई.