29 दिसंबर से लागू होगा भारत-ऑस्ट्रेलिया FTA, क्या होगा भारतीय कारोबारियों को फायदा?
नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक्त व्यापार समझौता (ATF) 29 दिसंबर से लागू होगा. ऑस्ट्रेलिया के व्यापार और पर्यटन मंत्री डॉन फैरेल ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा कदम है जिससे पांच साल में द्विपक्षीय व्यापार दोगुना होकर 45-50 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. बयान में कहा गया है कि (एंथनी) अल्बनीज सरकार इस पुष्टि का स्वागत करती है कि भारत सरकार ने ऑस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ECTA) के क्रियान्वयन के लिए अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा कर लिया है.
ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री ने कहा कि यह व्यापार समझौता 29 दिसंबर, 2022 से ऑस्ट्रेलिया की कंपनियों और उपभोक्ताओं को नए बाजार तक पहुंच के अवसर उपलब्ध कराएगा. इस समझौते पर इस साल दो अप्रैल को हस्ताक्षर किए गए थे. समझौते के तहत ऑस्ट्रेलियाई बाजार में कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी समेत 6,000 से अधिक व्यापक क्षेत्रों के भारतीय निर्यातकों को शुल्क-मुक्त पहुंच मिलेगी.
ऑस्ट्रेलियाई संसद ने पिछले ही हफ्ते भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को मंजूरी दी थी. भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (AI-ECTA) को लागू करने से पहले ऑस्ट्रेलियाई संसद द्वारा मंजूरी की आवश्यकता थी. भारत में इस तरह के समझौतों को केंद्रीय मंत्रिमंडल मंजूरी देता है. इस मौके पर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में कहा कि दोनो देशों की गहरी दोस्ती के चलते, यह हमारे लिए व्यापार संबंधों को पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ाने और बड़े पैमाने पर आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए मंच तैयार करता है.
एफटीए लागू होने के बाद कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी सहित भारत के 6,000 से अधिक उत्पादों को ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी. समझौते के तहत, ऑस्ट्रेलिया लगभग 96.4 प्रतिशत निर्यात (मूल्य के आधार पर) के लिए भारत को शून्य सीमा शुल्क पहुंच की पेशकश कर रहा है। इसमें कई उत्पाद ऐसे हैं, जिस पर वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में चार से पांच प्रतिशत का सीमा शुल्क लगता है. वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8.3 अरब डॉलर का माल निर्यात तथा 16.75 अरब डॉलर का आयात किया था.