आईएसआईएस-तालिबान के ड्रग्स नेटवर्क से सामूहिक रूप से निपटेंगे भारत, श्रीलंका और मालदीव
पणजी। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि भारत, श्रीलंका और मालदीव सामूहिक रूप से कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी के आधार पर आईएसआईएस और तालिबान द्वारा संचालित ड्रग्स के व्यापार से निपटेंगे।
गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण में उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि आईएसआईएस और तालिबान की फंडिंग बंद हो गई है, इसलिए दोनों चरमपंथी समूह ड्रग्स के व्यापार के माध्यम से आय अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, चूंकि बहुत सारी फंडिंग बंद हो गई है, इसलिए अब आईएसआईएस और तालिबान की अधिकांश आय ड्रग्स के व्यापार के माध्यम से ही हो रही है।
सिंह ने आगे कहा, यह ड्रग्स का व्यापार मकरान तट से आगे बढ़ता है, अफ्रीका के पूर्वी तट तक जाता है, फिर पूर्व में सभी द्वीप क्षेत्रों के माध्यम से चलता है जो मूल रूप से पर्यटन उन्मुख अर्थव्यवस्थाएं हैं। ड्रग्स श्रीलंका में जाती है, भारत में जाती है और निश्चित रूप से दुनिया भर में भेजी जाती है। उदाहरण के लिए मालदीव, श्रीलंका और हम (भारत) ऐसे अभियान चलाने जा रहे हैं, जहां खुफिया जानकारी मिलते ही हम इनसे निपटेंगे।
एडमिरल सिंह ने यह भी कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र की नौसेनाओं के बीच सामूहिक समुद्री क्षमता विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, दूसरी चीज जो हम करने की कोशिश कर रहे हैं, वह सामूहिक समुद्री क्षमता है। प्रत्येक देश के पास भौगोलिक स्थिति, कुछ कार्यों का ज्ञान, प्रौद्योगिकी तथा जनशक्ति है, इसलिए इस क्षेत्र में हम सामूहिक समुद्री क्षमता का निर्माण करना चाहते हैं। हम क्षमता बढ़ाने की भी कोशिश कर रहे हैं – क्षमता का मतलब प्रशिक्षण है। उदाहरण के लिए श्रीलंका के पास बहुत अच्छी जानकारी है कि स्थिति को कैसे संभालना है – वे अकेले हैं, जिन्होंने एक बड़े आतंकवादी संगठन को सफलतापूर्वक संभाला है।