नई दिल्ली: कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचने के लिए भारत में भी बूस्टर डोज लगाया जा सकता है। इस पर केंद्र सरकार का कहना है कि जल्द ही बूस्टर डोज पर फैसला लिया जाएगा। भारत में वैक्सीन बूस्टर शॉट्स दिए जाने को लेकर आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि विचार-विमर्श जारी है।
उन्होंने कहा, विचार-विमर्श चल रहा है, हम नीति बनाने के लिए वैज्ञानिक डेटा की समीक्षा कर रहे हैं। बता दें कि दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है। बूस्टर डोज वैक्सीन की तीसरी खुराक को कहते हैं। यहां तक कि जर्मनी और ब्रिटेन चौथी बूस्टर डोज देने पर भी विचार कर रहे हैं। फिलहाल भारत में अभी कोरोना वैक्सीन की दो ही डोज दी जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस स्टडी में कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके 3,000 लोगों पर को बूस्टर शॉट देकर नतीजों का अध्ययन किया जाएगा। यह स्टडी THSTI (ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट) में होगी। THSTI डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक के तहत आता है। बलराम भार्गव ने कहा, ICMR और DBT मिलकर वायरस को कल्चर करने का काम कर रहे हैं। हम COVID19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ टीकों की प्रभावकारिता का भी परीक्षण कर रहे हैं।” आईसीएमआर डीजी ने कहा, “हाल ही में पहचाने गए क्लस्टर सहित भारत में प्रमुख स्ट्रेन डेल्टा ही है। इसलिए, हमें कोविड के उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण को बढ़ाने की समान रणनीति के साथ जारी रखने की आवश्यकता है।