देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून में 8 दिसंबर (शुक्रवार) से दोदिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आगाज होने जा रहा है। यह इन्वेस्टर समिट उत्तराखंड के लिए कई मायने में ऐतिहासिक रहने वाला है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह इस समिट का शुभारंभ करके इसे बेहद खास बनाएंगे। वहीं, दूसरी ओर देश-विदेश के सबसे बड़े भारतीय पूंजीपति इस समिट में हिस्सा लेने आ रहे हैं। इनमें देश-दुनिया के सबसे बड़े पूंजीपति मुकेश अंबानी व गौतम अडानी जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं।
इस समिट में पहले 2 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा गया था, जिसे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देश-विदेश का दौरा करते हुए 2 लाख करोड़ के एमओयू साइन कर इस लक्ष्य को पूरा कर लिया था। अब संभावना है कि सीएम धामी इस लक्ष्य के अलावा एनर्जी के क्षेत्र में भी अतिरिक्त बड़ा निवेश ला सकते हैं। 1-2 दिन पहले इस दिशा में सफलता भी मिली है। यह उत्तराखंड में अभी तक का सबसे बड़ा निवेश होने जा रहा है। इस निवेश से उत्तराखंड में चौमुखी विकास होगा। इसलिए इस ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को निवेशकों का महामेला कहकर पुकारा जाने लगा है।
बता दें कि इस इन्वेस्टर समिट में रिलायंस ग्रुप के हैड मुकेश अंबानी, अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, संजीव पुरी, सज्जन जिंदल, चरणजीत बनर्जी जैसे बड़े पूंजीपति हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। इसके अलावा भी कई बड़े चेहरे देखने को मिल सकते हैं। यूएई, लंदन के भी कई बड़े उद्योगपति समिट में पहुंचेंगे। ये उद्योगपति निवेश के संभावित क्षेत्रों से जुड़ी अपनी-अपनी योजनाएं साझा करेंगे, इसके बाद निवेश की महत्वपूर्ण औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।
वहीं, इस निवेश से प्रदेश का संरचनात्मक ढांचे का विकास होगा। इससे पर्यटन, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, शिक्षा, खेल, ऊर्जा, कृषि एवं बागवानी, सड़क एवं परिवहन, संचार व अन्य क्षेत्रों में तो विकास होगा ही, साथ ही रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर पैदा भी करेगा। इससे उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में आने वाली तेजी से राज्य की अर्थव्यवस्था को बहुत मजबूती मिलेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में भी विकास पहुंचेगा, इस निवेश से प्रदेश का कायाकल्प होने की उम्मीद जताई जा रही है।