मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि खाने की गुणवत्ता सुधारने के लिए आईआरसीटीसी यानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) नए किचन लगाएगा और पुराने किचन को अपग्रेड करेगा। आईआरसीटीसी ने मुख्य रूप से भोजन की तैयारी और उसके वितरण के बीच अंतर के लिए अनबंडलिंग को अनिवार्य कर दिया है।
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यह बयान कैग की उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि ट्रेनों में मिलने वाला खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है। मंत्रालय का कहना है कि 2017 की नई कैटरिंग नीति के तहत अब आईआरसीटीसी सभी मोबाइल यूनिटों की कैटरिंग सेवाओं का प्रबंधन करेगा।
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पेंट्री कार के ठेके फिर से रेलवे की कैटरिंग शाखा को दिए जाएंगे। सभी मोबाइल यूनिटों के लिए खाने को आईआरसीटीसी के उस नामांकित किचन से लिया जाएगा जो उसके स्वामित्व, संचालन और प्रबंधन वाला होगा।