J&K: सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, पुलवामा एनकाउंटर में चीफ हमीद ललहारी मारा गया
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुई आतंकी मुठभेड़ में भारतीय सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के राजपुरा में हुए एक एनकाउंटर में अल कायदा के जुड़े आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के चीफ आतंकी हमीद ललहारी को ढेर कर दिया है. इस मुठभेड़ में दो और आतंकी मारे गए हैं जिसमें से एक हमीद ललहारी था. ललहारी को जाकिर मूसा के मारे जाने के बाद से गजवत-उल-हिंद का प्रमुख बनाया गया था. मारे गए अन्य दो आतंकियों के नाम नावीद टाक और हमीद लोन अका बताया जा रहा है.
मारे गाए आतंकी के पास से सुरक्षा बलों को AK 72 राइफल बरामद की है, जो अक्सर आतंकी कमांडरों के पास होते हैं.
बता दें कि जून 2019 में अल-कायदा से संबद्ध अंसार गजवत-उल-हिंद ने हमीद लेलहरी को अपने स्थानीय कमांडर के रूप में नियुक्त किया था . 30 साल का हमीद लेलहारी जम्मू और कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है. ईद पर जारी एक वीडियो में अल-कायदा के सहयोगी ने कहा कि संगठन ने हमीद लेलहारी को जाकिर मूसा की जगह स्थानीय कमांडर और गाजी इब्राहिम खालिद को डिप्टी के रूप में नियुक्त किया. 5 जून को अंसार गज़वत-उल-हिंद ने 12 मिनट का एक वीडियो जारी किया, जिसमें अब्दुल हमीद लेलहारी, उर्फ हारून अब्बास, को अपना स्थानीय कमांडर के रूप में में घोषित किया.
अल-कायदा के प्रवक्ता अबू उबैदा के एक ऑडियो बयान के अनुसार, गाजी इब्राहिम खालिद को डिप्टी कमांडर नामित किया गया है.
सुरक्षा एजेंसियों को रिपोर्ट है इस आतंकवादी समूह के अल- कायदा के साथ संबंध हो सकते हैं. अल-कायदा अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है. पिछले महीने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने घाटी में इस्लामिक स्टेट की उपस्थिति की पुष्टि भी की.
आपको बता दें जाकिर मूसा 27 जुलाई 2017 से कश्मीर में अल-कायदा की इकाई आंसर का प्रमुख था. वह इससे पहले 2016 में बुरहान वानी की हत्या के बाद हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख था. मूसा ने मई 2017 में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं को धमकी दी थी और कहा, ‘हम’ आजादी के लिए नहीं बल्कि इस्लाम की लड़ाई लड़ रहे हैं, मैं इस्लाम की खातिर आजादी की लड़ाई लड़ रहा हूं. मेरा खून इस्लाम के लिए बहेगा” मुस्सा ने कहा था.
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने 23 मई को दक्षिण कश्मीर के त्राल के एक गांव में हुई मुठभेड़ में जाकिर मूसा को मार गिराया. पुलिस ने मूसा की मौत को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता करार दिया था क्योंकि वह पिछले छह वर्षों में कई आतंकी अपराधों में शामिल था.
मूसा की मौत पर पुलिस प्रवक्ता ने कहा, “पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मूसा 2013 के बाद से आतंकवाद से जुड़ा था उसका आतंकी अपराध रिकॉर्ड का एक लंबा इतिहास था. वह शुरू में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा था, लेकिन बाद में उसने नया संगठन बनाया.”