आज के जमाने में योग एक बहुत बड़ा कॅरियर ऑप्शन बन गया है। इसके दो आस्पेक्ट्स हो गए हैं, योग थैरेपी तथा योग स्पोर्ट्स। इन दोनों ही क्षेत्रों में युवा शानदार कॅरियर बना सकते हैं। बता दें की यदि युवा चाहे तो NIS, पटियाला से कोर्स कर सकते हैं, वहां से स्टडी करने वाले लोगों को साईं में कोच का पद मिलता है, इसके अलावा बीपीएड (फिजीकल एजुकेशन) अथवा शारीरिक शिक्षक के रूप में भी कॅरियर बना सकते हैं। पुलिस सहित सरकार के कई विभागों में भी खेल कोटे के अंदर योग प्रशिक्षक के पदों पर भर्ती की जा रही है।
देखा जाये तो योग पूरी दिनचर्या का ही नाम है, सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक का सामान्य क्रियाकलाप ही योग है। एक अच्छा योग प्रशिक्षक बनने के लिए व्यक्ति को रोजाना डेढ़ से दो घंटे तक योगाभ्यास करना चाहिए। योग प्रशिक्षक बनने के लिए सबसे जरूरी चीज है अनुशासन तथा नियमितता, यदि ये दो गुण आपके अंदर है तो आप योग प्रशिक्षक बन सकते हैं। अनुशासन से ही योग का आरंभ होता है।
खबरों के मुताबिक योग में पढ़ाई के लिए 12वीं के बाद अप्लाई कर सकते हैं। छात्र योग में ग्रेजुएशन, मास्टर्स की डिग्री ले सकते हैं, पीएचडी की डिग्री ले सकते हैं, अल्पकालीन कोर्सेज में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। दरअसल यदि कोई बहुत ही अच्छा योग एक्सपर्ट है तथा योग में रूचि रखते हैं तो ऐसे युवा विदेश में जाकर भी जॉब पा सकते हैं। विदेश में योगा एलाएंस संस्था है जो योग सीखने के इच्छुक विदेशियों को भारत भेजती हैं।
जहां उनके लिए 200 घंटे (एक महीना), 300 घंटे (दो महीने), 500 घंटे (6 महीने) जैसे शॉर्ट कोर्सेज चलाए जाते हैं। इन कोर्सेज को करने के बाद योगा एलाएंस उन्हें जॉब भी प्रोवाइड करवाता है। योग सीखने के लिए अधिकतम की कोई सीमा नहीं है परन्तु मिमिमम 200 घंटे का कोर्स करना ही चाहिए।