एक नई स्टडी की रिपोर्ट में सामने आया है कि बुढ़ापे के दौरान गुस्सा करने से सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचता है। इस उम्र में तनाव और उदासी से ज्यादा गुस्सा करने की आदत सेहत को नुकसान पहुंचाती है। वहीं स्टडी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गुस्सा करने से वृद्ध लोगों के शरीर में सूजन आने लगती है, जिससे दिल की बीमारी, आर्थराइटिस और कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा रहता है।
यह स्टडी साइकोलॉजी एंड एजिंग जर्नल में प्रकाशित की गई है , इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने 59 की उम्र से 93 उम्र वाले करीब 226 लोगों के डेटा की जांच की है. इसके बाद स्टडी में शामिल सभी लोगों को 2 ग्रुप में बांटा गया। एक ग्रुप में ऐसे लोगों को रखा गया, जो बुढ़ापे में कदम रख रहे है, वहीं दूसरे ग्रुप में ज्यादा उम्र वाले लोगों को रखा गया हैं।
इसके बाद स्टडी में शामिल सभी लोगों से पूछा गया कि उनको किस बात पर कितना गुस्सा आता है और किस बात से वो उदास हो जाते हैं. शोधकर्ताओं ने जांच में ये जानने की कोशिश की कि शरीर को ज्यादा नुकसान गुस्सा करने से पहुंचता है या फिर उदास रहने से हैं।
दरअसल स्टडी के सह-लेखक Carsten Wrosch ने कहा, हमने पाया कि 80 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों के नियमित तौर पर गुस्सा करने से उनके शरीर में अधिक सूजन के साथ कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
लेकिन मध्य वर्ग के लोगों में ऐसा नहीं होता है।जहां शोधकर्ताओं का मानना है कि एजुकेशन और थेरेपी के जरिए वृद्ध लोग अपनी भावनाओं पर काबू पाकर अपने गुस्से पर नियंत्रण पा सकते हैं।