सिद्धार्थ-रश्मिका की फिल्म मिशन मजनू का पाकिस्तान में क्यों उड़ रहा मज़ाक? जानिए
मुंबई: बॉलीवुड एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा और साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना इन दिनों लगातार सुर्खियों में हैं. ये जोड़ी पहली बार एक साथ फिल्म ‘मिशन मजनू’ (Mission Majnu) में नजर आने वाली है. वहीं हाल ही में फिल्म का ट्रेलर भी रिलीज किया गया है. जिसे भारत में तो काफी पसंद किया जा रहा है, लेकिन पाकिस्तान के लोगों को ये कुछ खास रास नहीं आया है. फिल्म के ट्रेलर में जिस तरह की सिद्धार्थ मल्होत्रा की वेशभूषा दिखाकर उन्हें पाकिस्तानी बनाया गया है. उनका ये अंदाज वहां के लोगों को काफी खटक रहा है.
पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि, आदाब, टोपी और आंखों में सुरमा लगाने से वह पाकिस्तानी नहीं लगने लगेगा. न तो पाकिस्तानी सुरमा लगाते हैं और न टोपी पहनते हैं. इसके अलावा कुछ पाकिस्तानी यूजर्स का ये भी कहना है कि ऐसा कोई मिशन हुआ ही नहीं था. क्या है कहानी? फिल्म भारत के सीक्रेट ऑपरेशन की कहानी पर बेस्ड है.
ये ऑपरेशन 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध से पहले और उसके दौरान हुआ था. फिल्म में रॉ फील्ड हेड अमनदीप सिंह का किरदार निभा रहे सिद्धार्थ को एक ऑपरेशन के चलते पाकिस्तान भेजा जाता है. रिपोर्ट की मानें तो रॉ फील्ड ऑपरेटिव अमनदीप सिंह को परमाणु हथियार बनाने की जानकारी थी, जिसके चलते उन्हें पाकिस्तान की भागीदारी के बारे में जांच करने के लिए एक अंडरकवर मिशन पर पाकिस्तान भेजा गया था.
पाकिस्तान में अपने मिशन के दरौन उन्हें वहां एक लड़की से प्यार भी हो जाता है. जिसके बाद उनके लिए अपना मिशन और प्यार के बीच संतुलन बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. फिल्म का निर्देशन शांतनु बागची ने किया है और इसमें कुमुद मिश्रा, परमीत सेठी, शारिब हाशमी, मीर सरवर और जाकिर हुसैन भी हैं. आरएसवीपी और जीबीए द्वारा निर्मित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज की जाएगी. फिल्ममेकर रोनी स्क्रूवाला ने इस फिल्म को लेकर कहा कि मिशन मजनू भारत की बढ़ती ताकत और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते राष्ट्र और सबसे बड़े लोकतंत्र की कहानी है. इस तरह की कहानियां दिखाती हैं कि हमने कैसे नींव रखी.