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कोविड-19: विशेष टास्कफ़ोर्स करेगी 135 देशों की ख़ास मदद

उत्तम सिंह

नयी दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र की विशिष्ट संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 28 अप्रैल को कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 का मुक़ाबला कर रहे कम से मध्य आय वाले 135 देशों में महत्वपूर्ण चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में एक बड़ा कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसका नाम कोविड-19 टास्कफ़ोर्स है। यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने पिछले हफ्ते यह जानकारी देते हुए बताया है कि कोविड-19 टास्कफ़ोर्स यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के विश्व स्वास्थ्य संगठन से किए गए उस अनुरोध के बाद बनाया गया है जिसमें उन्होंने नवीन कोरोना वायरस का मुक़ाबला करने के इस विश्व संगठन के प्रयासों की अगुवाई विश्व स्वास्थ्य संगठन से करने को कहा है। इस टास्कफ़ोर्स के साझीदारों में यूएन एजेंसियाँ, वैश्विक कोष, विश्व बैंक और अन्य पार्टनर शामिल हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक वक्तव्य में कहा है कि- “इस कार्यक्रम के ज़रिए मानवीय सहायता सामग्री की आपूर्ति प्रणाली के तहत महत्वपूर्ण सामान उन 135 देशों तक पहुँचाने की योजना पर काम करने में मदद मिलेगी जहाँ हालात बहुत ख़राब हैं। ” विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार टास्कफ़ोर्स का लक्ष्य लगभग साढ़े सात करोड़ मास्क, पाँच करोड़ श्वास यंत्र, लगभग दो करोड़ 80 लाख सर्जिकल दस्ताने व अन्य सामग्री ख़रीदने का है जिन्हें वितरित किया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक वक्तव्य में कहा है कि दस करोड़ सर्जिकल मास्क और दस लाख श्वास यंत्र ख़रीदने के लिए जैक मा संस्थान के साथ भी बातचीत चल रही है ।

टास्कफ़ोर्स की ये सकारात्मक ख़बर ऐसे माहौल में आई है जब अनेक देशों के बीच सीमाएँ बन्द होने के कारण सामान की आवाजाही प्रभावित हुई है, जिनमें यूगांडा और केन्या के बीच सीमा बन्द होना शामिल है। विश्व खाद्य कार्यक्रम की प्रवक्ता एलिज़ाबेथ बिर्स का कहना है कि “ट्रकों की लम्बी क़तारें देखी जा सकती हैं क्योंकि… यूंगांडा, केन्या और रवांडा जैसे कुछ देशों की सरकारें ट्रक चालकों का शारीरिक तापमान जाँच रहे हैं, इस कारण से देश में खाद्य सामग्री की आपूर्ति में देरी हो रही है। “

इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) ने भी 44 देशों को ज़रूरी वस्तुओं की आपूर्ति की है जिसमें लगभग 12 लाख सर्जिकल मास्क, तीन लाख 20 हज़ार से ज़्यादा श्वास यंत्र, 64 लाख सर्जिकल दस्ताने और क़रीब ढाई लाख गाउन शामिल हैं। यूनीसेफ़ ने बहुत सारी चिकित्सा सामग्री काँगो गणराज्य, ईरान और वेनेज़ुएला को भी भेजी है, इसके अलावा बांग्लादेश के कॉक्स बाज़ार में 50 बिस्तरों वाला एक अस्पतालनुमा स्थान भी बनाया है जहाँ कोविड-19 के संक्रमितों को एकांतवास में रखा जा सके और अन्य चिकित्सा सुविधाएँ मुहैया कराई जा सकें।

विश्व खाद्य कार्यक्रम ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण पूर्वी अफ्रीकी क्षेत्र के देशों और हॉर्न ऑफ़ अफ्रीका में खाद्य असुरक्षा के हालात पैदा होने की चेतावनी भी जारी की है। प्रवक्ता एलिज़ाबेथ बिर्स का इस संबंध में कहना है कि , “संगठन के अनुमान के अनुसार अफ्रीकी महाद्वीप के कई देशों में लगभग दो करोड़ लोगों के पास इस समय पर्याप्त मात्रा में भोजन सामग्री उपलब्ध नहीं है जिनमें इथियोपिया, दक्षिण सूडान, केन्या, सोमालिया, यूगांडा, रवांडा, बुरून्डी, जिबूती और इरिट्रीया प्रमुख हैं। ” “वहाँ भोजन की सामग्री की क़िल्लत का सामना करने वाले लोगों की संख्या के बारे में गंभीर पूर्वानुमान ज़ाहिर किए गए हैं।

कोविड-19 के सामाजिक व आर्थिक असर के कारण भोजन सामग्री की कमी का सामना करने वाले लोगों की संख्या अगले तीन महीनों के दौरान लगभग तीन करोड़ 40 लाख से लेकर चार करोड़ 10 लाख के बीच बढ़ने की आशंका है। “

(लेखक समसामयिक, राजनीतिक और संवैधानिक मामलों के जानकार है।)

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