अमेरिका और इजरायल की तरह भारत भी हर दुस्साहस का देता है मुंहतोड़ जवाब: शाह
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने इतनी ताकत हासिल कर ली है कि वह उसकी सीमा और सेना के साथ दुस्साहस करने वालों को अमेरिका तथा इजरायल की तरह मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत रखता है।
एक दिन के कर्नाटक दौरे पर सुबह बेंगलुरु पहुंचे शाह ने बसव जयंती पर बसवअन्ना को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बाद में उन्होंने नृपतुंगा यूनिवर्सिटी के उद्घाटन सहित विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रीय सुरक्षा का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले आयेदिन पाकिस्तान से प्रेरित आतंकवादी देश में हमला करते थे और केंद्र सरकार की ओर से केवल बयानबाजी की जाती थी। उन्होंने कहा, ” प्रधानमंत्री मोदी जी के आने के बाद उरी और पुलवामा में हमला हुआ तो 10 दिन के अंदर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर मुंहतोड़ जवाब दिया गया।”
उन्होंने कहा कि इससे बहुत बड़ा फर्क पड़ा है और आज पूरी दुनिया जानती है कि भारत की सीमाओं के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता क्योंकि इसका माकूल जवाब दिया जाएगा। इस तरह के दुस्साहस का जवाब देने के लिए पहले केवल अमेरिका और इजरायल की सेनाओं को ही जाना जाता था लेकिन अब इसमें भारतीय सेना का भी नाम जुड़ गया है ।
राष्ट्रीय मुद्दों के समाधान में मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए श्री शाह ने कहा,” धारा 370, 35A और सीएए जैसे ढेर सारे मसलों को मोदी जी ने पलक झपकते ही समाप्त कर दिया।” उन्होने कहा कि पांच अगस्त 2019 का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। कश्मीर से धारा 370 को हटा कर हमेशा के लिए कश्मीर को भारत के साथ जोड़ने का काम इस सरकार ने किया है। साथ ही सरकार ने उद्योग के क्षेत्र में ढेर सारी योजना लाकर भारत को औद्योगिक हब बनाने का काम किया है। उन्होंने कहा, “अगर भारत मैन्युफैक्चरिंग हब बनता है तो यह हमारे लिए दो दृष्टि से महत्वपूर्ण है। 130 करोड़ का मार्केट हमारे देश में ही उपलब्ध है और देश के युवाओं को अपोर्च्यूनिटी भी मिलेंगी।”
उन्होंने कहा कि अनेक क्षेत्रों में नरेंद्र मोदी सरकार ने ढेर सारी उपलब्धियां हासिल की है और इसी के कारण आज देश की जनता का विश्वास बढ़ा है कि जब हमारी आजादी के 100 साल पूरे होंगे तो भारत दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर होगा और इसे कोई नहीं रोक सकता। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बसवअन्ना ने सैकड़ों साल पहले अनुभव मंडपम के द्वारा कर्नाटक की इस महान भूमि पर समाज में सर्वस्पर्शीय और सर्वसमावेशक लोकतंत्र का उदाहरण दिया था। अपने वचनों के माध्यम से बसवअन्ना ने समाज के हर वर्ग की समस्याओं के बहुत सुंदर और सरल रास्ते दिखाए। उन्होंने कहा, “मैं यहाँ उपस्थित सभी युवाओं से यही कहना चाहता हूँ कि उन्हें शिक्षा के साथ साथ बसवअन्ना के वचनों को अवश्य पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे जीवन में कभी कोई दिक़्क़त नहीं आएगी। आज की सभी समस्याओं का समाधान बसवअन्ना के वचनों में ही दिखाई देता है। श्री शाह ने कहा ,,” आज बसवअन्ना की जयंती है और इस अवसर पर मैं यही कहना चाहता हूँ कि न केवल कर्नाटक बल्कि पूरा देश और दुनिया शांति, सद्भाव और समावेशी लोकतंत्र के मार्ग पर आगे बढ़े।”
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।