महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद गहरायाः नवनीत राणा को पानी पीने और टायलेट जाने की परमिशन नहीं, सुप्रीम कोर्ट पर टिकी निगाहें
मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहा लाउडस्पीकर विवाद पूरी तरह से तूल पकड़ चुका है। इस विवाद के बीच आज सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक के बारे में गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि लाउडस्पीकर मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय मान्य होगा। राज्य सरकार कोई अतिरिक्त दिशानिर्देश जारी नहीं करेगी। वहीं इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम केंद्र सरकार से भी इस पर बातचीत करेंगे और क्योंकि ये सुप्रीम कोर्ट का मामला है इसलिए कोर्ट के ऑर्डर का पालन करते हुए किसी को भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए। इस बैठक में शामिल नहीं हुए पूर्व सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र में पुलिस का गलत इस्तेमाल हो रहा है।
नवनीत की गिरफ्तारी गलत है। फडणवीस ने कहा कि अराजकता जैसे हालात हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टी को जान से मारने की धमकी दी दी गई। ये सरकार विरोधियों को कुचलना चाहती है। फडणवीस ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करना देशद्रोह है क्या? उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो हम लोग भी हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। सरकार हम पर देशद्रोह का मुकदमा लगाए। अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की गिरफ्तारी मामले में फडणवीस ने कहा कि नवनीत राणा को पीने के लिए पानी नहीं दिया जा रहा है और उन्हें टॉयलेट जाने की भी इजाजत नहीं दी जा रही है। नवनीत राणा ने आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को एक चिट्ठी लिखकर जेल में अत्याचार होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिसवालों ने उन्हें गालियां भी निकाली।