T20 World Cup की ट्रॉफी और ऑस्ट्रेलिया के बीच दीवार बनेगा लुधियाना का लड़का! न्यूजीलैंड का बजेगा डंका
T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का अपना दूसरा फाइनल खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया (Australia) एक और खिताबी जीत को बेताब है. वो न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ नॉकआउट मुकाबलों का अपना स्वर्णिम इतिहास बरकरार रख पहली बार क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का विश्व चैंपियन बनना चाहता है. लेकिन समस्या ये है कि कंगारुओं के इस मंसूबे और T20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी के बीच लुधियाना का लड़का दीवार बनकर खड़ा है. अब जब तक ये दीवार टूटेगी नहीं तब तक ट्रॉफी तक ऑस्ट्रेलिया की पहुंच बनेगी नहीं. इस सूरत में न्यूजीलैंड का डंका बजना तय दिख रहा है.
अब आप सोच रहे होंगे कि ऑस्ट्रेलिया और T20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी के बीच भला लुधियाना का कोई लड़का दीवार क्यों बनेगा. तो इसलिए क्योंकि वो आज न्यूजीलैंड की टीम से फाइनल खेल रहा होगा. ऑस्ट्रेलिया पूरे टूर्नामेंट में जिस एक तरह की गेंद के आगे लाचार दिखा है, वही उसकी ताकत है. हम बात कर रहे हैं ईश सोढ़ी (Ish Sodhi) की, जिनका जन्म भारत में पंजाब के लुधियाना शहर में हुआ था. वो जब 4 बरस के थे, तभी उनके माता-पिता उन्हें लेकर न्यूजीलैंड चले गए थे.
ऑस्ट्रेलिया को सताती है लेग स्पिन
लुधियाना में जन्में 29 साल के ईश सोढ़ी की ताकत उनकी लेग स्पिन है, जो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए किसी लाइलाज बीमारी की तरह है. साल 2020 की शुरुआत से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का औसत लेग स्पिनर्स के खिलाफ सिर्फ 14 का रहा है, जबकि स्ट्राइक रेट 122.08 का. T20 वर्ल्ड कप 2021 के सेमीफाइनल में भी पाकिस्तान के लेग स्पिनर शादाब खान ने ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट चटकाए थे. वेस्ट इंडीज के लेग स्पिनर हेडन वाल्श जूनियर के खिलाफ भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का संघर्ष देखने को मिला था. ऐसे में अब फाइनल मुकाबले में लुधियाना बॉर्न ईश सोढ़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं.
ईश सोढ़ी से ‘डर’ लगता है!
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ईश सोढ़ी के आंकड़े भी कमाल के हैं. उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ खेले पिछले 9 T20 में 16 विकेट लिए हैं, जो कि दूसरे किसी कीवी गेंदबाज के मुकाबले सबसे उम्दा प्रदर्शन है. सोढ़ी ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी के लिए काल हैं. उन्होंने वॉर्नर को डाली अपनी 8 गेंदों में 2 बार आउट किया है जबकि फिंच को 37 गेंदों में 3 बार डगआउट भेजा है. मार्कस स्टॉयनिश को भी उन्होंने 23 गेंदों पर 3 बार आउट किया है. मतलब अगर ट्रेंट बोल्ट या टिम साउदी शुरुआती विकेट झटकने में नाकाम रहते हैं तो सोढ़ी वो घातक हथियार हो सकते हैं, जिससे न्यूजीलैंड सफलता हासिल कर सकता है.