महंत नरेंद्र गिरि केस की होगी CBI जांच, UP सरकार ने की केंद्र से सिफारिश
नई दिल्ली: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने बुधवार को भू-समाधि ले ली लेकिन अब तक उनकी मौत की गुत्थी सुलझी नहीं है. इस मामले की जांच पहले SIT को सौंपी गई थी लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से केस की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की गई है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार से महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है. हालांकि अब तक इस मामले में महंत के शिष्य आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की गिरफ्तारी हो चुकी है जिनके नाम महंत के कमरे से बरामद हुए सुसाइड नोट में मिले थे.
यूपी सरकार का गृह विभाग इस केस की सीबीआई से जांच कराने के लिए कार्मिक मंत्रलय को पत्र लिखेगा, कार्मिक मंत्रालय सीबीआई से जांच करने के लिए पूछेगा, जो एक औपचारिकता होती है. इसके बाद कार्मिक मंत्रलय नोटिफिकेशन जारी कर इस केस की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश करेगा. फिर सीबीआई डायरेक्टर इस केस के लिए एक टीम का गठन करेंगे, सबसे पहले सीबीआई यूपी पुलिस की एफआईआर पर अपना एक रेगुलर केस दर्ज करेगी और केस से जुड़े तमाम दस्तावेज अपने हाथ में लेकर जांच शुरू करेगी.
सीबीआई की जांच की शुरुआत CFSL टीम करेगी जो घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी. इस केस की जांच सीबीआई की लखनऊ ब्रांच करेगी या दिल्ली में सीबीआई डायरेक्टर इस पर फैसला लेंगे. महंत नरेंद्र गिरि का शव सोमवार को उनके मठ के कमरे से मिला था. पुलिस के मुताबिक, महंत नरेंद्र गिरि ने कथित तौर पर फांसी लगाकर सुसाइड किया है. सोमवार की देर रात अमर गिरि पवन महाराज द्वारा जार्जटाउन थाना में FIR कराई गई जिसमें महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि पर सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था.