नरेंद्र मोदी ने भेजी आपदा सुरक्षा सहायता
देहरादून: वह पथ क्या, पथिक कुशलता क्या, जिस पथ पर बिखरे शूल न हों, नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, जब धाराएं प्रतिकूल न हों। जयशंकर प्रसाद की इन पक्तियों में जिस जज्बे की चर्चा की गई है, उस पर सीएम धामी बिल्कुल खरे उतरते हैं ।.. .वैसे तो प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का वश नहीं होता लेकिन प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय संवेदना के साथ काम करना भी कम नहीं होना चाहिए ।भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश और दुनिया में आपदा प्रबंधन के विजन के लिए जाने जाते हैं और उनकी यह अपेक्षा भी रही है कि उनके राज्यों में नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री भी अपने आपदा धर्म को निभाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस आपदा धर्म को अपने अंतःकरण की आवाज के रूप में अंगीकार किया है। वैसे तो एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पारा मिलिट्री फोर्सेज आपदाओं के दौरान काम करती हैं लेकिन जब मुख्यमंत्री स्वयं आपदा प्रबंधन कर्मी की भूमिका में उतरते है तो बात ही कुछ और हो जाती है। आपदा के दंश का उपशमन करने में इससे बेहतर कारगर अस्त्र कुछ हो नहीं सकता।
मुख्यमंत्री धामी की इन्हीं प्रतिबद्धताओं और राज्य के नागरिकों की प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हर प्रकार की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की मानसिकता से प्रभावित होकर भारतीय प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को आपदा से निपटने के हरसंभव वित्तीय और तकनीकी सहायता देने के आश्वासन दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड को आपदा मोचन निधि के अंतर्गत 413 करोड़ की राशि जारी करने को लेकर प्रधानमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने पीएम को धन्यवाद कहा है। गौरतलब है कि इस कठिन समय में इस राशि से प्रदेश में जनता को सहायता पहुंचाई जाएगी।
केंद्र सरकार ने बुधवार को आपदा प्रभावित राज्यों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। उत्तराखंड को केंद्र सरकार की ओर से 413 करोड़ रुपये दिए गए हैं। यह राशि गृह मंत्रालय की सिफारिशों के अनुसार जारी की गई है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि देश भर में भारी बारिश के मद्देनजर दिशानिर्देशों में ढील दी गई है। राज्यों को तत्काल सहायता के रूप में धन जारी किया गया है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश से आफत है। लगातार हो रही बारिश से प्रदेश में 249 मार्ग बंद हैं। इसके साथ ही चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के रेस्क्यू का भी काम जारी है। लगातार हो रहे भूस्खलन की वजह से कई मार्ग बंद हैं और यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं। उत्तराखंड में अत्यधिक बारिश के चलते काफी नुकसान हुआ है और अब इस कठिन समय में केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है और आपदा प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री धामी को इससे काम करने के लिए एक नई ऊर्जा मिल गई है।