छत्तीसगढ़राज्य

मोहन ने मोहन भागवत को भेजा तिरंगा, झल्ला उठे ओपी चौधरी, कांग्रेसी बोले तिरंगा पर ज्ञान न दे

रायपुर ; प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के द्वारा संघ प्रमुख मोहन भागवत को संघ मुख्यालय हेडगेवार भवन नागपुर में फहराने के लिये खादी कपड़े से निर्मित तिरंगा भेजने पर भाजपा नेता और पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी द्वारा दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि रायपुर जिले के पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी तिरंगा झंडा के आगे नतमस्तक होने के जगह भाजपा के नतमस्तक होना उचित समझा। पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी सरकारी नौकरी छेड़कर भाजपा में मुख्यमंत्री पद की लालसा में शामिल हुये और खरसिया विधानसभा से भाजपा के दो रंग के झंडा तले चुनाव लड़कर बहुत बुरी कदर से हार गये।

तिवारी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम जो कि एक आदिवासी समाज का प्रतिनिधत्व भी करते है लगातार आदिवासी के हितों एवं प्रदेश के सर्व समाज के हितों को प्रमुखता से उठाते है उनके द्वारा संघ मुख्यालय में तिरंगा झंडा जो देश की आन बान और शान है उसे फहराने के लिये भेजे तो तिरंगा विरोधी भाजपा नेता ओपी चौधरी झल्ला उठे जो ओपी चौधरी रायपुर कलेक्टर रहते हुये अपने सरकारी कार्यालय में संघ के नेताओं और भाजपा नेताओं का गुणगान करते थे और खुद ही सरकारी नौकरी छोड़ तिरंगे का अपमान कर भाजपा और आरएसएस का झंडा थाम लिये वो किस मुंह से प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को तिरां झंडा पर ज्ञान दे रहे है।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ओपी चौधरी को खुली चुनौती देते हुये कहा कि अगर वो सच्चे तिरंगा प्रमी है और भारत माता के आन बान और शान तिरंगा झंडा के प्रति उनका थोड़ा भी आदर है तो वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के द्वारा भेजे गये खादी के कपड़े से निर्मित तिरंगा झंडा को खुद संघ मुख्यालय हेडगेवार भवन नागपुर में जाकर फहरा के दिखा देवे और अगर भाजपा नेता ओपी चौधरी संघ मुख्यालय में तिरंगा नही फहरा सके तो उन्हे तत्काल आदिवासी नेता एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से माफी मांगनी चाहिये।

Related Articles

Back to top button