किसी को भी यूक्रेन से लौटने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा: मंत्री
तिरुवनंतपुरम: विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन में हुए घटनाक्रम को देखते हुए भारतीयों को वापस लौटने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।
मुरलीधरन ने कहा, मोदी सरकार ने जो आश्वासन दिया है वह सुरक्षा है, हमारे लोगों की चिंता सबसे ऊपर है, चीजों का आकलन किया जाएगा और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में भारत के करीब 18,000 छात्र और 2,000 अन्य लोग हैं।
मुरलीधरन ने कहा, उन सभी को वहां भारतीय दूतावास में पंजीकरण करने के लिए कहा गया है, इसलिए जरूरत पड़ने पर दूतावास के अधिकारी उनसे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जहां कई चिंतित माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे वापस आएं, यूक्रेन से आम धारणा यह है कि छात्र वापस लौटने के इच्छुक नहीं हैं।
विदेश राज्य मंत्री ने कहा, हम सभी को आश्वस्त करते हैं कि इस मुद्दे पर भारत सरकार सबसे आगे रहेगी और अगर कोई स्थिति बनती है, तो समय पर हस्तक्षेप किया जाएगा।