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अब कानपुर देहात में मिली फर्जी शिक्षिका की तैनाती

लखनऊ/कानपुर देहात : अनामिका शुक्ला प्रकरण से शासन ने सभी शिक्षकों के मूल अभिलेख जांचने के निर्देश दिए हैं, अलग-अलग जिलों में इसकी जांच के दौरान नए-नए मामले सामने आरहे हैं। अब कानपुर देहात जनपद के अमरौधा विकासखंड में गौर गांव में संचालित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में एक शिक्षिका की फर्जी नियुक्ति पाई गई है, मामले की जानकारी के अनुसार इसी नाम की शिक्षिका मैनपुरी में भी पढ़ा रही थी। यह पूरा राज तब खुला जब अधिकारियों द्वारा शिक्षिका से मूल प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए मांगे गए।

शासन के निर्देश पर की जा रही जांच के क्रम में कानपुर देहात के बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने भी कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अपने दायित्वों का निर्वहन करने वाले लोगों की जांच शुरू कर दी। जब जनपद के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में तैनात गृह विज्ञान शिक्षिका दीप्ति सिंह से इस संबंध में जांच हेतु अभिलेख मांगे तो न तो उन्होंने कोई अभिलेख दिए और न ही उपस्थित हुयीं। इतना ही नहीं शिक्षिका ने विद्यालय में दिया गया अपना मोबाइल नंबर बंद कर विद्यालय से संपर्क ही तोड़ दिया।

भोगनीपुर कोतवाली में दर्ज किया गया मुकदमा

उपरोक्त मामले में जनपद के बीएसए ने भोगनीपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया है। जांच में यह भी पता चला कि दीप्ति सिंह का नाम मैनपुरी में भी चल रहा है। मामले का संदिग्ध होने पर जांच कराते हुए भोगनीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि दीप्ति सिंह 2015 से पूर्णकालिक शिक्षिका का दायित्व निभा रही थी।

इस मामले में वार्डन गोदावरी ने बताया कि दीप्ति सिंह की उपस्थिति यही रहती थी। लॉकडाउन अवधि से उसकी उपस्थिति मैनपुरी में भी मिली।

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