नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में इस वर्ष मच्छरजनित बीमारी डेंगू से पहली मौत का मामला सामने आया है। डेंगू से जान गंवाने वाली मृतक महिला का नाम ममता कश्यप है तथा उसकी उम्र 35 साल है। महिला सरिता विहार इलाके की रहती थी। उसको गंभीर हालत में पिछले महीने 20 सितम्बर को होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला की हालत में सुधार न होने पर उसे अस्पताल के आईसीयू में रखा गया, लेकिन 26 सितम्बर की रात 8 बजे महिला ने दम तोड़ दिया। महिला मूलतः लखनऊ (यूपी) के रहने वाली थी।
राजधानी में इस साल अब तक डेंगू के 723 मामले सामने आए हैं, जिनमें से अकेले अक्तूबर में 382 मामले सामने आए हैं जो कि पूरे साल भर में सबसे ज्यादा है। बीते सप्ताह डेंगू के 243 नए मामले सामने आए हैं। बता दें कि वर्ष 2020 में डेंगू बीमारी के कारण केवल एक मौत हुई थी। उससे पहले वर्ष 2015 में दिल्ली में सबसे ज्यादा डेंगू का प्रकोप देखा गया था, जब लगभग 16,000 लोग प्रभावित हुए थे और 60 लोगों की मौत हुई थी।
निगम अधिकारियों का कहना है कि इस साल देर से मॉनसून आने और भारी बारिश के कारण डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है, इसके बाद शुष्क मौसम है, जो एडीज मच्छर के प्रजनन को बढ़ावा देता है, जो संक्रमण फैलाता है। एडीज मच्छर साफ और ठहरे पानी में पैदा होता है। मॉनसून की बारिश से शहर भर में पानी जमा हो जाता है, जिससे मच्छरों के प्रजनन के मैदान बढ़ जाते हैं।
आमतौर पर मामलों की संख्या जुलाई में मॉनसून की बारिश के बाद और अक्तूबर में चरम पर पहुंचने के बाद बढऩे लगती है। मच्छर का जीवन चक्र आठ से दस दिनों का होता है, इसलिए विशेषज्ञ हर हफ्ते घर और आस- पड़ोस में सभी ठहरे, स्वच्छ जल स्त्रातों की सफाई करने का सुझाव देते हैं।
बीते सप्ताह 16 अक्तूबर तक डेंगू का सबसे ज्यादा 243 मामले दर्ज किए गए हंै। पिछले वर्ष अक्तूबर के मध्य में डेंगू के कुल 395 मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन इस साल अबतक लगभग 723 मामले में से 328 मामले ज्यादा आ चुके हैं। अन्य राज्यों से भी 181 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस साल राज्यों के 428 केस आ चुके हैं। जबकि 29 ऐसे डेंगू मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, जो कहां के हैं, इसकी पहचान नहीं हो सकी है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में डेंगू के 52, दक्षिण निगम-61, पूर्वी निगम -27, एनडीएमसी-1 और बिना पहचान वाले 102 मामले सामने आए हैं। इसी तरह बीते सप्ताह मलेरिया के 15 मामले सामने आए हैं, इसमें 7 उत्तरी, 2 दक्षिण, 3 पूर्वी तथा बिना पहचान वाले 3 मामले दर्ज किए गए हैं।