नई दिल्ली: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (Delhi-Meerut Expressway) पर चलने के लिए फ्री सफर का मजा लेने वाले लोगों को अब खर्च करना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि 383 दिन बाद किसानों के गाजीपुर बॉर्डर छोड़ने के बाद यहां ट्रैफिक शुरू किया गया है। आप सभी को बता दें कि वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए टोल लगाने का फैसला लिया गया है। मिली जानकारी के तहत आने वाले 25 दिसंबर से फ्री सफर पर ब्रेक लगने जा रहा है। आप सभी जानते ही होंगे कि 82 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे दिल्ली को मेरठ से जोड़ता है।
अभी तक तो ट्रैफिक बिना टोल के ही चल रहा था, लेकिन अब इस रूट पर चलने के लिए कीमत देनी होगी। ऐसे में सड़क एवं परिवहन मंत्रालय (Ministry of Roads and Transport) के नोटिफिकेशन के मुताबिक लोगों को 65 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करना होगा। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार का कहना है कि, ’25 दिसंबर सुबह 8:00 बजे से टोल वसूला जाएगा। डासना से मेरठ की तरफ जाने पर टोल भुगतान करना होगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह से टू व्हीलर (two wheeler) और थ्री व्हीलर (Three wheeler) के साथ ही बैलगाड़ी आदि के प्रवेश पर प्रतिबंध है। हालांकि इसके बावजूद लोग मनमानी करते हैं। ऐसे में अब दोपहिया, तिपहिया वाहनों का चालान किया जाएगा जो कि उनके मोबाइल पर 8 घंटे में भेजा जाएगा।’
आप सभी को हम यह भी जानकारी दे दें कि पिछले 383 दिन से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे वाले हिस्से पर बैठे हुए थे। लेकिन अब किसान यहां से हट गए हैं और इसके बाद यातायात को फिर से शुरू किया गया है।