लखनऊ: यूपी विधानसभा के चुनावी समर में 10 फरवरी को पहले चरण का चुनाव होना है। 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा। सभी दलों ने पूरा जोर लगा रखा है। इसमें निर्दलियों समेत 623 उम्मीदवार मैदान में है। हर सीट पर बड़ा रोचक मुकबला देखने को मिल रहा है। पहले चरण के चुनाव में योगी सरकार के नौ मंत्रियों के परफारमेंस की परीक्षा होगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 58 में से 53 सीटों पर जीत मिली थी। कृषि कानून विरोधी आंदोलन के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के सामने सपा और रालोद गठबंधन की कड़ी चुनौती है।
पहले चरण में योगी सरकार के 10 मंत्रियों की भी परीक्षा होगी। इनमें चीनी उद्योग एवं गन्ना मंत्री सुरेश राणा, पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, समाज कल्याण राज्य मंत्री जीएस धर्मेश, वन राज्य मंत्री अनिल शर्मा और जलशक्ति व बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री दिनेश खटीक, और शामिल हैं। राजनीति में लंबी पारी खेलने वाले अवतार सिंह भड़ाना, चौधरी बाबू लाल और उत्तराखंड की राज्यपाल रहीं बेबी रानी मौर्य का इम्तिहान भी पहले चरण में होगा। इसी चरण में कैराना सीट पर भी दिलचस्प जंग होगी।
पहले चरण में सरकार ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा मथुरा शहर सीट से विधायक हैं। इस बार फिर वह चुनाव मैदान में हैं। इस बार उनकी लड़ाई रालोद-सपा के देवेन्द्र अग्रवाल कांग्रेस के प्रदीप माथुर और बसपा के एसके शर्मा से होगी। गाजियाबाद सीट से योगी कैबिनेट के मंत्री अतुल गर्ग चुनावी मैदान में हैं। उनके खिलाफ सपा-रालोद से विशाल वर्मा बसपा के कृष्ण कुमार और कांग्रेस के सुशांत गोयल मैदान में है। यूपी के गन्ना मंत्री सुरेश राणा शामली जिले के थाना भवन से भाजपा के उम्मीदवार है। उनके खिलाफ सपा-रालोद गठबंधन से अशरफ अली और बसपा के जहीर मलिक ताल ठोंक रहे है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह की विरासत को आगे बढ़ा रहे उनके पौत्र संदीप सिंह ने अतरौली विधानसभा सीट से मैदान में उनके खिलाफ सपा गठबंधन से वीरेश यादव बसपा से डाक्टर ओमवीर कांग्रेस से धर्मेंन्द्र कुमार चुनाव लड़ रहे है। भाजपा सरकार में डेयरी व पशुपालन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के खिलाफ रालोद के तेजपाल सिंह बसपा से सोनपाल सिंह और कांग्रेस से पूनम देवी मैदान में है। बुलन्दशहर की शिकारपुर विधानसभा सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है। इस सीट पर भाजपा ने पांच बार जीत दर्ज की है। इस सीट से वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल शर्मा बुलंदशहर जिले की शिकारपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। यहां पर सपा रालोद गठबंधन ने किरनपाल सिंह, बसपा ने मोम्मद रफीक और कांग्रेस ने जियाउर रहमान के अपना प्रत्याशी बनाया है।
मुजफ्फरनगर से योगी सरकार में मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के खिलाफ रालोद ने अजय, बसपा ने पुष्कर पाल और कांग्रेस ने सुबोध शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
योगी कैबिनेट में बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री दिनेश खटीक मेरठ जिले की हस्तिनापुर विधानसभा से मैदान में है। उनके खिलाफ सपा ने योगेष वर्मा तो बसपा ने संजीव कुमार जाटव वहीं कांग्रेस ने अर्चना गौतम को मैदान में उतारा है। भाजपा सरकार में समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश सरकार के खिलाफ सपा कुंवर चंद बसपा ने भारतेंदु अरूण और सिंकदर वाल्मिकी को प्रत्याशी बनाया है।