मध्य प्रदेशराज्य

OSD बनने नहीं मिले डिग्रीधारी प्रोफेसर्स, 29 प्रोफेसर देंगे 30 अगस्त और एक सितंबर को इंटरव्यू

भोपाल : मंत्रालय और सतपुड़ा भवन में 17 ओएसडी को पदस्थ करने उच्च शिक्षा विभाग ने 30 अगस्त और एक सितंबर को साक्षात्कार रखे हैं। विभाग ने ओएसडी के लिए एमबीए, एचआर, एमटेक, बीटेक, एलएलएम, बीएएलएलबी और बीएससी एलएलबी के डिग्रीधारी प्रोफेसरों को आवेदन करने की शर्त लागू कर रखी है। इसमें विभाग को एमबीए, एचआर, एमटेक, बीटेक डिग्री कर चुके प्रोफेसर नहीं मिले हैं।

मंत्रालय के चार और सतपुड़ा भवन में स्थित संचालनालय के 13 ओएसडी पदों पर एमबीए, एचआर, एमटेक, बीटेक, एलएलएम, बीएएलएलबी और बीएससी-एलएलबी डिग्री पूर्ण कर चुके प्रोफेसरों को पदस्थ करने की व्यवस्था कर रहा है। पदस्थापना के लिए विभाग को 54 आवेदन ही मिले हैं। इसमें से 50 फीसदी आवेदन को स्क्रूटनी में बाहर कर दिए गए हैं। शेष 29 आवेदनों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है।

29 आवेदनों में दो आवेदक ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक 30 साल की आयु पूरी नहीं की है। इसमें उज्जैन कॉलेज में पदस्थ खेल अधिकारी चंद्रशेखर सिंह का जन्म 30.11.1995 और पीजी कॉलेज बीना में पदस्थ गौरव सिंह का जन्म 14.08.1993 को हुआ है। साक्षात्कार में सफल होने पर वे पहले ओएसडी होंगे, जो 30 साल की आयु को पार नहीं किए होंगे।

विभाग ने 29 प्रोफेसरों की स्कू्रटनी बारीकी से नहीं की है। इसमें कुछ प्रोफेसर ऐसे हैं, जिनके खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं। इसके बाद भी उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। 54 आवेदनों में से पूरे राज्य में सिर्फ एमव्हीएम कॉलेज के प्रोफेसर राकेश श्रीवास्तव के पास एमटेक की डिग्री मिली है।

जानकारों का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग में पारंपरिक कोर्स के डिग्रीधारी ही प्रोफेसर नियुक्त किए गए हैं। इसके बाद भी एमबीए, एचआर, एमटेक और बीटेक डिग्री के लिए आवेदन बुलाए गए हैं। इसलिए उच्च शिक्षामंत्री डॉ. मोहन यादव ने आदेश जारी करने वाले ओएसडी महेंद्र सिंह रघुवंशी को करारी फटकार लगाई है।

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