PM ने आवास योजना के लाभार्थियों को दी बड़ी खुशखबरी- 18 नहीं, अब 12 महीने में मिलेगा घर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले कुछ दिनों से लगातार अपनी सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से नमो एप के जरिए सीधा संवाद कर रहे हैं. मंगलवार को इसी कड़ी में उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से बात की. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हमारा लक्ष्य 2022 तक सभी को अपना घर देना है, और जो आपका सपना है वही मेरा सपना है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि गांव में तीन करोड़ और शहरों में एक करोड़ नए घर बनाए जाएं. उन्होंने कहा कि जब एक व्यक्ति को उसका अपना घर मिलता है तो काफी खुशी मिलती है. सरकार नई तकनीक के साथ घरों का निर्माण कर रही है, जिससे कम बजट में अच्छा और सुरक्षित घर लोगों को मिल पाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार मिशन मोड में काम रही है, पहले एक घर बनाने के लिए 18 महीने का समय तय होता था. लेकिन अब हमने ये समय 12 महीने कर दिया है, जिससे घर बनने में तेजी आ रही है. सरकार की कोशिश है कि बिचौलियों को बीच में से हटाया जाए और सीधा लाभ आम इंसान को दिया जाए.
हमने तय किया है 2022 तक ग्रामीण क्षेत्र में 3 करोड़ और शहरी क्षेत्र में 1 करोड़ घरों का निर्माण करेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने इस योजना का उपयोग राजनीतिक रूप से किया, जिसकी वजह से आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाया. हमारी सरकार ने अब मिशन मोड में सीधे लोगों को लाभ देना शुरू किया है.
उन्होंने आंकड़े दिखाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने यूपीए सरकार से कई ज्यादा मकान लोगों के लिए बनाए. उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने पिछले चार वर्ष में 1 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण किया है जो पिछली सरकार से 328% से अधिक ज्यादा है. PM ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पहले 70 से 75 हज़ार रुपये की सहायता दी जाती थी जिसको अब हमने बढ़ा करके अब 1.30 लाख रुपये कर दिया है.
पीएम बोले कि यूपीए के कार्यकाल में लाभार्थियों का चयन राजनीतिक तरीके से किया जाता था, लेकिन हमने इसके लिए एक सिस्टम बनाया. जिसकी वजह से हर वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि एक बार अपना घर बन जाए तो लोगों की सोच बदलती है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले भी नमो ऐप के जरिए उज्जवला योजना, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया समेत कई अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर चुके हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने वहां के कार्यकर्ताओं से नमो ऐप के जरिए ही बात की थी.