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महिलाओं के काम को देखते हुए अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत बनीं पक्की सड़कों पर पैचवर्क की जिम्मेदारी महिला मंगल दलों को दी जाएगी। महिलाओं के माध्यम से सड़कों का रखरखाव करने की अनोखी पहल करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बनेगा।
एक साल के भीतर महिला मंगल दलों ने रिपेयर वर्क से ही 33 लाख रुपये कमाई की। इससे महिलाओं को रोजगार के साथ सड़कों का रखरखाव भी सही ढंग से हुआ। महिलाओं के मेंटेनेंस वर्क को देखते हुए अब पक्की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए पैचवर्क का काम भी दिया जाएगा।
राज्य में पीएमजीएसवाई की सड़क के हालात खराब हैं। सड़क की कटिंग कार्य होने के बाद मेंटेनेंस वर्क नहीं हो रहा है। प्रदेश में करीब 3000 किमी. सड़क की सही ढंग से मेंटेनेंस नहीं हुई है। कम्यूनिटी कांट्रेक्टिंग के तहत वर्ष 2016-17 में गढ़वाल मंडल के चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी जनपद में महिला मंगल दलों को सड़कों के रखरखाव का काम दिया गया। जिसमें सड़कों की कुल लंबाई करीब 57 किमी. थी। महिलाओं ने अपने गांव की सड़क होने से पूरी जिम्मेदारी के साथ काम किया। इस कार्य के लिए महिला मंगल दलों को 33 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा।
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पैचवर्क कार्य के लिए मिलेगी मशीनरी
सड़कों पर ब्लैक पैचवर्क करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क अभिकरण और अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन की ओर से मिक्चर मशीन तैयार की गई। जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है। इस मशीन से पैचवर्क करने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया।
पीएमजीएसवाई की सड़कों में ब्लैक पैचवर्क का काम भी महिला मंगल दलों को दिया जाएगा। पिछले साल 14 महिला मंगल दलों को नौ सड़कों पर माइनर रिपेयर वर्क का काम दिया गया था। जिसमें महिलाओं ने अच्छा काम किया है। अब अन्य सड़कों की मेंटेनेंस का काम महिला मंगल दलों को दिया जाएगा।