पुलस्त तिवारी एनकाउंटर: पुलिस पर एफआईआर के लिए मुकदमा
लखनऊ: 09 अगस्त 2020 की रात सर्वोदय नगर, इंदिरा नगर, लखनऊ निवासी पुलस्त तिवारी के लखनऊ पुलिस से हुए कथित मुठभेड़ को गलत बताते हुए उसकी माँ मंजुला तिवारी ने पुलिसवालों पर मुकदमे के लिए आज सीजेएम कोर्ट लखनऊ में मुकदमा दायर किया। सीजेएम लखनऊ शिवानन्द ने गाजीपुर थाने से 14 सितम्बर 2020 तक रिपोर्ट मांगी है।
वादिनी की अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने बताया कि लखनऊ पुलिस ने दावा किया था कि आशियाना थाना क्षेत्र में देर रात हुई मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश पुलस्त तिवारी को गिरफ्तार किया है, जिसके दाहिने पैर में गोली लगी है। पुलिस के अनुसार आशियाना पुलिस जोन-8 दफ्तर के पास चेकिंग कर रही थी, जहां पुलस्त बिना नंबर प्लेट की काले रंग की बाइक पर आया तथा पीछा करने पर गोली चलाई।
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इसके विपरीत मंजुला तिवारी तथा उनके परिवार के अनुसार 09 अगस्त की शाम करीब 6-6.30 बजे दो पुलिस वाले उनके घर आये और वे पुलस्त को अपने साथ ले गए। इनमे एक दरोगा महेश दूबे थे. पुलस्त की बहन ने इस संबंध में पुलिस कमिश्नर के पीआरओ से भी फोन से बात की। इसके अलावा पुलस्त के परिवार वालों के पास उसे ले जाते समय के सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी हैं।
पुलिस ने उसी रात पुलस्त को भागता हुआ दिखा कर उसके पैर में गोली मारी, मुकदमे में इस आधार पर आशियाना थाने के पुलिसवालों पर अवैध हिरासत में लेने, कूटरचित अभिलेख बनाने, अधिकारों का आपराधिक उपयोग, जान से मारने का प्रयास करने आदि के आरोपों में मुकदमा दर्ज किये जाने की मांग की गयी है।