शुचिता, पारदर्शिता और स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे प्रणब मुखर्जी: योगी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सरकार द्वारा जारी एक शोक सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी एक वरिष्ठ एवं अनुभवी राजनेता थे। राष्ट्र के प्रति श्री मुखर्जी की सेवाओं के दृष्टिगत उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया था।
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पूर्व राष्ट्रपति के व्यक्तित्व को प्रेरक बताते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वे एक सौम्य और मृदुभाषी नेता थे, जिनका सभी सम्मान करते थे। अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में श्री मुखर्जी ने विभिन्न उच्च पदों पर रहते हुए दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। वे सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता और स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे। उनके निधन से राष्ट्र को अपूरणीय क्षति हुई है।
पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी का निधन राष्ट्र की अपूरणीय क्षति है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 31, 2020
वह सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे।
परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने परमधाम में स्थान दें।
ॐ शांति!
आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का स्वर्गवास हो गया। वह उम्र के 84 वर्ष में थे। उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। प्रणव मुखर्जी को कोरोना से ग्रस्त होने के बाद आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान ही प्रणव मुखर्जी को फेफड़ों का इंफेक्शन हो गया था, जिसके कारण वो सेप्टिक शॉक में थे। उनका इलाज वेंटिलेटर पर लगातार चल रहा था और वह गहरे कोमा में थे लेकिन शाम होते-होते उनकी हालत बिगड़ती गयी और सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।