नई दिल्ली। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा है, ‘होली के शुभ अवसर पर, मैं भारत और विदेशों में रह रहे सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। रंगों का उत्सव होली, शरद ऋतु के समापन का और वसंत ऋतु के आगमन का संदेश देता है। यह उत्सव, सभी के जीवन में आशा का संचार करने वाला होता है और इसलिए हमारी सांस्कृतिक परम्परा में होली का विशेष स्थान है। हर आयु और हर वर्ग के लोग इस त्योहार को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं। विविध रंगों से ओत-प्रोत होली का यह पर्व, हमारी विविधता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिम्ब है।
मेरी कामना है कि इस पर्व के माध्यम से अपनी अमूल्य विरासत और जीवन-मूल्यों में देशवासियों का विश्वास बढ़े तथा यह त्योहार सभी लोगों में परस्पर सद्भाव व मैत्री को और मजबूत बनाए।’
ये भी पढे:- यस बैंक में गड़बड़ी को भांप लिया था ग्राहकों ने – Dastak Times
वहीं उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने होली के शुभ अवसर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। एक संदेश में, उन्होंने कहा कि रंगों का यह त्यौहार मिलजुल कर एकता, भाईचारे और स्नेह की भावना में आनंद मनाने का अच्छा अवसर है। इस होली के अवसर पर उन्होंने देशवासियों से समाज को एक सूत्र में पिरोने वाले मैत्री और सौहार्द के बंधन को मजबूत बनाने का आह्वान किया।
उनके संदेश का पूरा पाठ इस प्रकार है –
“मैं होली के शुभ अवसर पर देशवासियों को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देता हूं। रंगों का त्यौहार होली परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर एकता, भाईचारे और स्नेह की भावना में खुशियां मनाने का समय है। होलिका दहन का प्रकाश बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
होली प्रकृति के सौंदर्य और उदारता का उत्सव भी है। यह त्यौहार सर्दियों की समाप्ति और गर्मियों की शुरुआत का भी प्रतीक है। आइए, इस होली के अवसर पर हम समाज को जोड़ने वाले मैत्री और सौहार्द के बंधन को मजबूत बनाने का प्रयास करें। इस त्यौहार में हम विघटनकारी बाधाओं को समाप्त करें और साझा समृद्धि, शांति, प्रगति, सद्भाव और खुशी के लिए एकजुट हों।”