Punjab News: एक मंच पर होगा बड़ा इकट्ठ, इस दिन से शुरू होगा अनिश्चितकालीन मोर्चा
श्री मुक्तसर साहिब: ‘‘अब तक सिख कौम के मसले हल करने के लिए कौम के विभिन्न संगठन अपने-अपने तौर पर लड़ रहे हैं, जिसका असर न तो सरकारों पर होता है व न आम लोगों में उसका प्रभाव बन पाता है। अब कौम की समूची मांगों के लिए 40 के करीब विभिन्न धार्मिक संगठनों, संत-महापुरुषों, किसान व सामाजिक संगठनों द्वारा एक मंच पर इकट्ठे होकर 7 जनवरी, 2023 से चंडीगढ़ में संघर्ष शुरू किया जा रहा है।’’ ये विचार पाल सिंह फ्रांस (जिन्होंने फ्रांस में सिख कौम की दस्तार की बड़ी लड़ाई जीती थी) द्वारा स्थानीय रैड क्रॉस में प्रैस कांफ्रैंस के दौरान व्यक्त किए। रैड क्रॉस के सचिव प्रो. गोपाल सिंह ने उन्हें सम्मानित भी किया।
उन्होंने बताया कि कौम के असली जत्थेदार जगतार सिंह हवारा द्वारा एक चिट्ठी के जरिए कौम को अपील की गई है कि सिख कौम सांझी मांगों के हल के लिए एक मंच पर इकट्ठे होकर लड़ाई लड़े ताकि मोर्चा जीता जा सके, इसी को मुख्य रखते हुए हम सिख कौम के विभिन्न मसले जिनमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, बरगाड़ी व बहबल कलां के कत्लेआम का इंसाफ, कौम के लिए लड़ते हुए जेलों में सजाएं पूरी कर चुके बंदी सिंहों की रिहाई व श्री गुरु ग्रंथ साहिब के लापता 328 स्वरूपों का इंसाफ लेने के लिए विभिन्न मोर्चों को इकट्ठा करके चंडीगढ़ में एक ही जगह पर अनिश्चितकालीन मोर्चा लगाया जा रहा है। इसकी अध्यक्षता किसी एक संस्था, संगठन या आदमी के पास न होकर किसान संगठनों की तरह समूची पंथक, सामाजिक व किसान संगठनों की समूची कमेटी के जरिए लड़ा जाएगा। जितनी भी संस्थाएं इस धरने में पंथ के मुख्य मसलों को हल करवाने के लिए योगदान देंगी, उनके समूचे मैंबरों में से एक-एक मैंबर लेकर किसान संगठनों की तरह एक कमेटी बना कर संघर्ष लड़ा जाएगा।