PWD नहीं कर सका सड़कों को गड्ढामुक्त, योगी सरकार का दावा हुआ फेल
लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का उत्तर प्रदेश की सड़कों को 15 जून तक गड्ढा मुक्त बनाने का दावा फेल हो गया है। पीडब्ल्यूडी को 85 हज़ार किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन वह अब तक सिर्फ 6800 किलोमीटर सड़क ही बना पाई है। जिसके चलते सरकार अब विभाग को 15 दिन की और मोहलत देगी।
30 जून तक बढ सकती है तारीख
दरअसल गुरुवार को शाम 5 बजे सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने की समयसीमा समाप्त हो रही है, लेकिन अभी तक महज 60 फीसदी सड़कें ही गड्ढामुक्त हो सकीं हैं।जिसकी वजह से सरकारं ने फैसला लिया है कि अब 30 जून तक बाकी सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा। इस संबंध में आज औपचारिक ऐलान हो सकता है।
आज है आखिरी दिन, बस 60% हुआ काम
बुधवार शाम तक महज 73631.79 किलोमीटर सड़कें ही दुरुस्त हो सकी हैं। चूंकि यह सरकारी आंकड़ा है, लिहाजा सूत्रों का कहना है कि गड्ढामुक्त हुई सड़कों का आंकड़ा कम भी हो सकता है। मतलब अब महज कुछ ही घंटे बचे हैं और 40 फीसदी सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हो सकी हैं। लोक निर्माण विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि उसे कुल 85 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें गड्ढामुक्त करना था, जिसमें 6800 किलोमीटर सड़कें वह गड्ढामुक्त कर चुका है।
इस बारें में क्या कहते है केशव मौर्य
लक्ष्य पूरा न होने पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि “ढाई महीने के अल्प कार्यकाल में ही हमने 73 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़कों को मोटर दौड़ने लायक बना दिया जो कि किसी उपलब्धि से कम नहीं है। पिछली बसपा-सपा सरकार में गड्ढा भरने के नाम पर सिर्फ बजट की बंदरबांट ही होती थी, लेकिन हमारी सरकार में जमीन पर काम हो रहा है। 15 जून की शाम को गड्ढामुक्त अभियान की समीक्षा करके समय को बढ़ाने के बारे में फैसला लेंगे।”