नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा हिंदू और हिंदुत्व को लेकर दिए गए बयान पर कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ चुकी हैं। इसी कड़ी में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा है। पिनराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि राहुल गांधी भारतीय जनता पार्टी के विरूद्ध नरम हिंदुत्व के विकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस और कमजोर होगी। उन्होंने यह कहा कि कांग्रेस केंद्र में बीजेपी के खिलाफ भरोसेमंद विकल्प पेश नहीं कर पाई है।
दरअसल, केरल के मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य पिनराई विजयन ने मंगलवार को कांग्रेस की नरम हिंदुत्व की राजनीति की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी के जयपुर भाषण में हिंदुत्व को हटाने के बाद हिंदुओं के शासन का आह्वान किया गया है। इसमें उनकी राजनीति का एक स्पष्ट उदाहरण था। यदि धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करनी है तो हमें साम्प्रदायिकता से समझौता नहीं करना चाहिए। लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं कर पा रही है। राहुल गांधी खुले तौर पर अपने नरम हिंदुत्व दृष्टिकोण की घोषणा कर रहे हैं।
केरल में माकपा एर्नाकुलम जिला सम्मेलन के एक उद्घाटन समारोह में बोलते हुए विजयन ने यह भी सुझाव दिया कि कांग्रेस केंद्र में बीजेपी का विकल्प नहीं है, बल्कि वामपंथ ही एक ऐसा विकल्प है जो एक मजबूत विपक्ष बना सकता है और हर स्तर पर भाजपा का मुकाबला करेगा। अब स्पष्ट है कि राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्रीय दलों का एक धर्मनिरपेक्ष विकल्प उभरेगा और वामपंथी उसे दिशा प्रदान करेंगे। हमारे सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी बीजेपी की नीतियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों का समन्वय करना है। उन्होंने यह भी कहा कि संघ परिवार के एजेंडे का कड़ा विरोध किया जाना चाहिए।
वाम मोर्चा विकल्प है। हम अन्य लोकतांत्रिक शक्तियों और समूहों के साथ सेना में शामिल होंगे और आगे बढ़ेंगे। हमारी राजनीतिक जिम्मेदारी इन विरोधों को एक मजबूत राजनीतिक विकल्प के रूप में विकसित करना है। उन्होंने कहा कि लोगों ने कांग्रेस में विश्वास खो दिया था। इसके बावजूद भी कांग्रेस अपनी पुरानी नीतियों के साथ जारी है। इसलिए हम कांग्रेस को बीजेपी के विकल्प के रूप में नहीं देख सकते हैं। बता दें कि राजस्थान में महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की महारैली में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर तीर चलाए। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश की राजनीति में दो शब्दों की टक्कर चल रही है। एक शब्द है हिंदू और दूसरा शब्द है हिंदुत्ववादी। राहुल गांधी ने कहाकि मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। हालांकि इस बयान के बाद कई नेता राहुल गांधी से असहमत नजर आ रहे हैं।