तेलंगाना में आसमान से हुई मछलियों की बारिश
हैदराबाद: तेलंगाना के जगतियल कस्बे में बारिश के दौरान आसमान से मछलियों की भी वर्षा हुई है. सड़कों, घरों, छतों और गलियों में आसमान से मछलियां गिरी हैं. मछली की बारिश के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं. आसमान से जीवों का गिरना एक बेहद दुर्लभ प्राकृतिक प्रक्रिया है. तेलंगाना में इस तरह की घटना संभवतः पहली बार दर्ज की गई है.
जगतियल कस्बे के साई नगर इलाके के लोगों के लिए यह घटना हैरान करने वाली थी. ये घटना तभी होती है जब छोटे जलीय जीव जैसे मेंढक, केकड़े और मछलियां वाटर स्पाउट्स (Water Spouts) में फंसकर आसमान की ओर चली जाती है, फिर उसके खत्म होने पर जमीन पर गिरती हैं. वाटर स्पाउट्स तब बनते हैं जब हवा पानी के ऊपर टॉरनैडो बनाता है. इन्हें आमतौर पर जल बवंडर कहा जाता है.
इस इलाके में पिछले कुछ दिनों से काफी ज्यादा बारिश हो रही है. काफी बड़े इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति भी बनी हुई है. जीवों का आसमान से गिरना अत्यधिक दुर्लभ प्राकृतिक घटना है, जो बेहद उपयुक्त परिस्थितियां बनने पर ही संभव है. मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर तेज बारिश से पहले जल बवंडर बनता है तो इसमें फंसकर छोटी मछलियां और मेंढक आसमान में चले जाते हैं. जैसे ही बवंडर हल्का या कमजोर पड़ता है वैसे ही जीव नीचे गिरने लगते हैं.
पिछले साल अमेरिका के टेक्सास के टेक्सारकाना शहर में भी ऐसी ही घटना हुई थी. यहां भी मछलियों की बारिश हुई थी. जिसे सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा कवरेज मिला था. एक फेसबुक यूजर ने लिखा था कि साल 2021 कई तरह के ट्रिक्स दिखाते जा रहा है…इसमें मछलियों की बारिश भी शामिल है. बेहद असामान्य घटना हो रही है.
असल में ये इन जीवों की किस्मत पर टिका होता है. अगर ये जल बवंडर वाली जगह पर पहुंच गए या पहले से हैं तो उनका किसी अन्य जगह पर गिरना तय है. ये गलत जगह पर सही समय पहुंच जाते हैं. क्योंकि जल बवंडर अगर कमजोर होगा तो ये जीव हवा में नहीं उठेंगे. इसका मतलब ये है कि जगतियल के आसपास कहीं जल बवंडर बना, जिसने बाढ़ या नदी या समुद्र या किसी अन्य जल स्रोत से मछलियों को उठाकर साई नगर में पटक दिया.