यूक्रेन से लौटे भारतीय मेडिकल छात्रों को राहत, अब इस देश पूरी करेंगे डॉक्टरी की पढ़ाई
हैदराबाद : युद्ध प्रभावित यूक्रेन से भारत लौटे करीब 2,000 मेडिकल छात्र-छात्राओं को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए उज्बेकिस्तान के विश्वविद्यालयों में स्थानांतरित किया जाएगा। भारत में उज्बेकिस्तान के राजदूत दिलशोद अखातोव ने बृहस्पतिवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने इस अवसर पर कुछ छात्रों को अस्थायी प्रवेश पत्र भेंट किए।
अखातोव ने कहा, ”यूक्रेन में अध्ययन करने वाले कुछ भारतीय छात्र-छात्राओं को उज्बेकिस्तान के संस्थानों में स्थानांतरित करने के लिए संभावनाओं की जांच करने के लिहाज से हमारे पास भारतीय भागीदारों से कुछ अनुरोध और प्रस्ताव आए थे।” उन्होंने यह भी कहा कि उज्बेकिस्तान का लक्ष्य एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शिक्षा केंद्र के रूप में उभरना है। इससे पहले राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने जॉर्जिया के विश्वविद्यालयों की एक लिस्ट जारी की थी जहां से युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटे भारतीय मेडिकल छात्र एकेडमिक मोबिलिटी प्रोग्राम के तहत एमबीबीएस के लिए आवेदन कर सकते हैं। आयोग ने उन देशों की लिस्ट जारी की थी जहां से यूक्रेन से लौटे भारतीय मेडिकल छात्र अपनी मेडिकल डिग्री पूरी कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को सुझाव दिया था कि वह मेडिकल स्टूडेंट्स को उन यूनिवर्सिटी के बारे में बताए जहां से वह अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। इससे पहले केंद्र सरकार ने यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों को देश के मेडिकल कॉलेज में सीट देने से साफ इनकार कर दिया था। सरकार ने कहा था कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।