लखनऊ। काली मिर्च घर में मसालों के रूप में मिल जाती है। काली मिर्च का प्रयोग अक्सर हम खाने में स्वाद बढाने के लिए करते हैं। लेकिन उससे ज्यादा उपयोग उसका बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। खासतौर पर सर्दी-जुखाम की अचूक दवा होती है काली मिर्च। इसलिए हर दिन खाने में करीब एक चम्मच काली मिर्च का उपयोग करना चाहिए। काली मिर्च वजन कम करने में भी बेहद सहायक होती है।
गुणों का खजाना है काली मिर्च
काली मिर्च में मैग्नीशियम, कॉपर, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैंग्नीज और आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा काली मिर्च में डायटरी फाइबर, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की भी प्रचुर मात्रा होती है। एक शोध में पता चला है कि काली मिर्च में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में फैट के निर्माण को रोकते हैं।
काली मिर्च की बाहरी लेयर में फयटोनुट्रिएंट्स होते हैं जो फैट सेल्स के भंजन को बढावा देती है। यह शरीर में वसा संचय को रोकती है। इसके साथ साथ काली मिर्च एक वसा रहित आहार है। काली मिर्च का स्वान फायदेमंद होत्ता है लेकिन इसे ज्यादा सेवन से पेट में जलन भी होती है। इसलिए हिसाब से ही काली मिर्च का प्रयोग करना चाहिए। तो आईये जानते हैं कि कैसे काली मिर्च मोटापे को कम करती है और कैसे इसे खाया जाए
काली मिर्च की वजह से फैट सेल्स नहीं बनते
काली मिर्च में ऐसे तत्व होते हैं जो आपके पेट में बनने वाले फैट सेल्स को रोकते हैं। काली मिर्च में पाया जाने वाला केमिकल पिपेरिन फैट सेल्स के निर्माण को रोकता है। काली मिर्च के सेवन से जो शारीर में फैट सेल्स बनते हैं वो नहीं बन पाते। इसलिए मोटापा नहीं बढ़ता।
मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है
काली मिर्च मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है। मेटाबॉलिज्म बढ़ने से आप जल्दी वजन कम कर पाते हैं। सतह ही अगर आप वर्क आउट ज्यादा करते हैं तो मेटाबॉलिज्म का अधिक होना जरुरी है।
काली मिर्च की चाय बेहद फायदेमंद
अगर आपको वेट लॉस करना है तो काली मिर्च की चाय पीना चाहिए। इस चाय में अदरक, नींबू, शहद, तुलसी, दालचीनी या ग्रीन टी डाले। फिर उसमें आधा या 1 टीस्पून ताजी कुटी हुई काली मिर्च डाल लें और इसे ब्रेकफास्ट करने से पहले पिएं।
कैलोरी नाम मात्र की होती
काली मिर्च में कैलोरीज नाम मात्र कि होती है।1 टीस्पून काली मिर्च के अंदर केवल 8 कैलोरीज़़ होती हैं। आप इसे नींबू पानी में मिला कर पी सकते हैं। अगर आप खाने में किसी प्रकार का सॉस यूज़ करते हैं तो उसकी जगह पर काली मिर्च को किसी चटनी या ड्रेसिंग में डालें। इससे आपका वजन नहीं बढ़ेगा।
काली मिर्च का सेवन करें
वजन कम करना है तो काली मिर्च की चाय या काली मिर्च का तेल (जिसमें 1 कप पानी मिला हो) का सेवन ब्रेकफास्ट करने से पहले करें। लंच के समय वेजिटेबल जूस में काली मिर्च डाल कर सेवन कर सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर रोकने में सहायक
इतना ही नहीं काली मिर्च ब्रेस्ट कैंसर को होने से रोकने में भी सहायक होता है। यूनीवर्सिटी ऑफ मिशिगन कैंसर सेंटर द्वारा एक अध्ययन में इस बात का पता चला है कि काली मिर्च के नियमित सेवन से स्तन कैंसर की गांठ नहीं बनती है। काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लैवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी – ऑक्सीडेंट आदि तत्व भी पाएं जाते है। अन्य अध्ययनों में पता चला है कि स्कीन कैंसर को रोकने में भी काली मिर्च सहायक होती है।
पाचन शक्ति बढाती है काली मिर्च
साथ काली मिर्च पाचन शक्ति बढाती है। काली मिर्च, टेस्ट बड्स से पेट को संकेत भेजता है और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है। इस एसिड से पेट की पाचन क्रिया सही हो जाती है। यह एसिड पेट की सभी भोजन सामग्री को पचा देती है। इसलिए अपने खान एमे काली मिर्च का प्रयोग जरुर करें।