
रियो डी जेनेरियो। भारत के अभिनव बिंद्रा रियो ओलिंपिक में पुरुषों की निशानेबाजी के 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में मामूली अंतर से पदक से चूक गए। वे चौथे स्थान पर रहे। स्पर्धा का स्वर्ण इटली के निकोलो कैम्प्रियानी ने स्वर्ण पदक जीता। इसी के साथ बिंद्रा के करियर की समाप्ति हो गई।
बिंद्रा 163.8 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहे। टॉप थ्री में पहुंचने के लिए बिंद्रा और यूक्रेन के सेरही कुलिश के बीच टाईब्रेकर हुआ, क्योंकि दोनों के समान रूप से 163.8-163.8 अंक थे। इसके बाद इनके बीच टाईब्रेकरर हुआ जिसमें बिंद्रा मात्र 10 अंक हासिल कर पाए जबकि कुलिश ने 10.5 अंक हासिल करते हुए बिंद्रा को पदक की दौड़ से बाहर कर दिया।
कैम्प्रियानी ने 206.1 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। यूक्रेन के कुलिश ने 204.6 अंक के साथ रजत पदक जीता जबकि रूस के व्लादीमिर मेस्लेनिकोव 184.2 अंकों के साथ कांस्य पदक जीत पाए।
इससे पहले पूर्व ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने क्वालीफाइंग में 625.7 अंकों के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। क्वालीफाइंग में उनकी पहले राउंड में शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, लेकिन उन्होंने दमदार वापसी की। उन्होंने 625.7 के स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने अंतिम राउंड में 105.2 अंकों का दमदार स्कोर बनाकर फाइनल में जगह बनाई। गगन नारंग ने अच्छी शुरुआत के बाद निराश किया वे फाइनल में जगह नहीं बना पाए। वे 621.7 अंकों के साथ 23वें स्थान पर रहे।
आज मेरा दिन नहीं था: बिंद्रा
पदक गंवाने के बाद बिंद्रा ने कहा- “किसी को चौथे स्थान पर आना था, आज मेरा दिन नहीं था। मैंने आज जिस तरह से निशाने साधे, उससे खुश हूं। अच्छा होता अगर मेरे करियर का समापन पदक के साथ होता। मैं जानता हूं कि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है।” दार्शनिक अंदाज में उन्होंने कहा कि दुनिया में चौथे स्थान पर रहना भी बुरा नहीं है।