रोहतक। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने रविवार को क्या कांग्रेस और क्या भाजपा दोनों को लपेटे में ले लिया। इतना ही पड़ोसी राज्य पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल को भी नसीहत दी है कि उन्हें गलत बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। बीरेंद्र सिंह आज यहां जाट कॉलेज कै मैदान में कमेरा वर्ग सामाजिक संगठन द्वारा दीनबंधु चौ. छोटूराम की जयंती पर आयोजित मैराथन का शुभारंभ करने पहुंचे थे। सुबह छह बजे मैराथन को हरी झंडी दिखाने के बाद बीरेंद्र सिंह ने नशे के खिलाफ संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने नेताओं को तनाव पैदा करने वाली बातें न करने के लिए कहा।
इस तरह एक के बाद एक नेता चढ़े निशाने पर
केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहले कुरुक्षेत्र के भाजपाई सांसद राजकुमार सैनी पर निशाना साधा और कहा कि सैनी के बयान हरियाणा की संस्कृति के खिलाफ हैं। अच्छी बातें करो तो अच्छा है, इस तरह की बातों से तनाव ही बढ़ता है। इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा इनेलो की सम्मान दिवस रैली में दिए गए बयान को भी सही नहीं बताया। बता दें कि सुखबीर बादल ने कांग्रेस पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। साथ ही उन्होंने हरियाणा की बीजेपी सरकार को भी कोसा था कि पिछले 11 साल में यहां सरकार नाम की चीज ही नहीं है। इस पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि राजनीतिक लोगों को ऐसे बयानों से बचना चाहिए। पंजाब के लोग बहादुर, उनकी देशभक्ति पर शक नहीं किया जा सकता, फिर भी सुखबीर का बयान गलत था। इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि CLU घोटाला कांग्रेस शासनकाल में हुआ था। 4 हजार एकड़ जमीन के लिए 194 CLU दिए गए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को कांग्रेस शासनकाल में हुए सभी CLU की जांच करवानी चाहिए।
जाट आरक्षण पर राजकुमार सैनी के बयान ने बखेड़ा खड़ा कर रखा है। जाटों के तमाम संगठन और खाप सांसद सैनी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। जाटों द्वारा राजकुमार सैनी के पुतले फूंके जा रहे हैं। पार्टी के जाट नेता उनको नसीहतें दे रहे हैं। इतना ही नहीं प्रदेश के समाचार चैनलों पर जाट नेता राजकुमार सैनी की बीजेपी पार्टी से बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। सांसद सैनी अपनी जुबान पर कायम हैं, वो कह रहे हैं जब सर्वोच्च न्यायालय जाटों के आरक्षण को गैर वाजिब बता चुका है तो जाटों को फैसले का सम्मान करना चाहिए। खुद को जाट आरक्षण के विरोधी न बताते हुए राजकुमार सैनी कह रहे हैं कि जिसे आरक्षण देना है दे दिया जाए, लेकिन ओबीसी के 27 फीसदी कोटे में नहीं। अगर सबको आरक्षण देना है तो प्रत्येक जाति का आबादी के अनुपात में कोटा निश्चित कर दिया जाए या फिर सबका आरक्षण खत्म कर सिर्फ ज़रूरतमंदों को आरक्षण दे दिया जाए। हाल ही में रोहतक के सैनीपुरा में सांसद राजकुमार सैनी और पूर्व विधायक रोशनलाल आर्य पर 14 नवंबर को जाटों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस को दी शिकायत में अधिवक्ता संघ ने कहा है कि दोनों नेताओं के भाषण में समाज को जाट जाति के खिलाफ भड़काने का काम किया है। साजिश के तहत जातियों के बीच वैमनस्य बढ़ाने, भड़काऊ भाषण देना, शांति भंग करना, समाज को उकसाना आदि आपत्तिजनक बयान दिए हैं। इन दोनों नेताओं के खिलाफ तुरंत आपराधिक मामले दर्ज किए जाएं। दोनों ने जाट जाति के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, जाटों को डंडे के सहारे नियंत्रित करने, जाटों पर प्रदेश के 82 प्रतिशत लोगों को गुलाम बनाने का आरोप लगाया है, जाटों को सुनियोजित ढंग से राजनैतिक तौर पर ठिकाने लगाने का आपत्तिजनक भाषण दिया है, जाट समाज इसे बर्दाशत नहीं करेगा।
इनेलो की जननायक सम्मान दिवस रैली में शामिल पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि इंडियन नेशनल लोकदल और शिरामणि अकाली दल सिर्फ नाम से दो पार्टियां हैं, लेकिन असल में एह ही पार्टी है। दोनों की नीतियां एक ही जैसी हैं। इस दौरान सुखबीर ने कहा कि पिछले 11 साल में हरियाणा में सरकार नाम की चीज ही नहीं है। रैली में ही नहीं हाल ही में भी उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने हमेशा आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा सुखबीर बादल ने जिन 11 साल का उल्लेख अपने भाषण में किया, उनमें से एक साल हरियाणा में भाजपा की सरकार को भी हो चला है। इससे भी बड़ी बात यह भी है कि सुखबीर बादल की अध्यक्षता वाली पंजाब की सत्तासीन पार्टी भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए का घटक दल है। ऐसे में भाजपा के हरियाणा ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों के नेता भी इसकी निंदा कर सकते हैं। पंजाब में भाजपा के साथ गठबंधन के आधार पर शिरोमणि अकाली दल की सरकार चल रही है। वहां आए दिन दोनों पार्टियों का नेतृत्व विवादों में रहता है कि 2017 में लड़े जाने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों का गठबंधन नहीं रहेगा। ऐसे में आज सुखबीर बादल ने जो कहा, यह अपने आप में पंजाब की राजनीति में खलबली मचा सकता है।
सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील सहित कई बड़े आरोप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर लगे। हाल ही में इस मामले की जांच कर रहे ढींगरा आयोग ने छह महीने का एक्सटेंशन मांगा है, वहीं सीएम मनोहर लाल खट्टर भी दावा कर चुके हैं कि अगले छह महीने में वाड्रा जेल की सलाखों के पीछे होंगे। हालांकि इस मामले में हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है खट्टर अपने घोटालों के छिपाने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।
जाट आरक्षण पर राजकुमार सैनी के बयान ने बखेड़ा खड़ा कर रखा है। जाटों के तमाम संगठन और खाप सांसद सैनी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। जाटों द्वारा राजकुमार सैनी के पुतले फूंके जा रहे हैं। पार्टी के जाट नेता उनको नसीहतें दे रहे हैं। इतना ही नहीं प्रदेश के समाचार चैनलों पर जाट नेता राजकुमार सैनी की बीजेपी पार्टी से बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। सांसद सैनी अपनी जुबान पर कायम हैं, वो कह रहे हैं जब सर्वोच्च न्यायालय जाटों के आरक्षण को गैर वाजिब बता चुका है तो जाटों को फैसले का सम्मान करना चाहिए। खुद को जाट आरक्षण के विरोधी न बताते हुए राजकुमार सैनी कह रहे हैं कि जिसे आरक्षण देना है दे दिया जाए, लेकिन ओबीसी के 27 फीसदी कोटे में नहीं। अगर सबको आरक्षण देना है तो प्रत्येक जाति का आबादी के अनुपात में कोटा निश्चित कर दिया जाए या फिर सबका आरक्षण खत्म कर सिर्फ ज़रूरतमंदों को आरक्षण दे दिया जाए। हाल ही में रोहतक के सैनीपुरा में सांसद राजकुमार सैनी और पूर्व विधायक रोशनलाल आर्य पर 14 नवंबर को जाटों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस को दी शिकायत में अधिवक्ता संघ ने कहा है कि दोनों नेताओं के भाषण में समाज को जाट जाति के खिलाफ भड़काने का काम किया है। साजिश के तहत जातियों के बीच वैमनस्य बढ़ाने, भड़काऊ भाषण देना, शांति भंग करना, समाज को उकसाना आदि आपत्तिजनक बयान दिए हैं। इन दोनों नेताओं के खिलाफ तुरंत आपराधिक मामले दर्ज किए जाएं। दोनों ने जाट जाति के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, जाटों को डंडे के सहारे नियंत्रित करने, जाटों पर प्रदेश के 82 प्रतिशत लोगों को गुलाम बनाने का आरोप लगाया है, जाटों को सुनियोजित ढंग से राजनैतिक तौर पर ठिकाने लगाने का आपत्तिजनक भाषण दिया है, जाट समाज इसे बर्दाशत नहीं करेगा।
सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील सहित कई बड़े आरोप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर लगे। हाल ही में इस मामले की जांच कर रहे ढींगरा आयोग ने छह महीने का एक्सटेंशन मांगा है, वहीं सीएम मनोहर लाल खट्टर भी दावा कर चुके हैं कि अगले छह महीने में वाड्रा जेल की सलाखों के पीछे होंगे। हालांकि इस मामले में हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है खट्टर अपने घोटालों के छिपाने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।