नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक शनिवार को समर्थकों संग आरकेपुरम थाने पहुंच गए। सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की अफवाही तो पुलिस भी हरकत में आई। पुलिस दावा किया कि गिरफ्तारी की खबर झूठी है। दरअसल, मलिक ने खाप पंचायत के अध्यक्षों और किसान नेताओं को अपने घर खाने पर बुलाया था। सोम विहार स्थित किराए के घर में जगह कम होने के चलते उन्होंने पार्क में खाने का इंतजाम किया था। इस बीच पुलिस पहुंची और कार्यक्रम नहीं होने दिया। कहा कि बगैर अनुमति बैठक की जा रही थी।
इसके बाद मलिक अपने समर्थकों के साथ आरकेपुरम थाने पहुंचे। उधर, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी अपने समर्थकों के साथ वसंतकुंज थाने पहुंचे। करीब 2.30 बजे पूर्व राज्यपाल थाने से लौट गए। इस बीच उनकी गिरफ्तारी की खबर फैल गई।
चढ़ूनी ने बताया कि मलिक ने खाप पंचायतों और कई किसान नेताओं को अपने घर खाने पर बुलाया था। बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे। खाना बनाने की जगह कम होने के चलते पूर्व राज्यपाल ने घर के पास बने पार्क में खाने की व्यवस्था की। पार्क में सभी के लिए भोजन इत्यादि बनाकर पंचायत के आयोजन की तैयारी शुरू की गई। चूंकि, इस आयोजन की अनुमति नहीं ली गई थी, इसलिए इस दौरान मौके से गुजर रहे पुलिसकर्मियों ने पार्क में बिना अनुमति के आयोजन करने पर आपत्ति जताई। इसके बाद पूर्व राज्यपाल व किसान नेता सीधे आरके पुरम थाने चले गए।
आरके पुरम और वसंतकुंज थानों के बीच पड़ता है पार्क मौके पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी मौजूद थे और वे अपने कुछ समर्थकों के साथ वसंतकुंज थाने पहुंच गए। चूंकि डीडीए का यह पार्क आरके पुरम और वसंतकुंज थाने के बीच में पड़ता है। लोगों के अलग-अलग होने के चलते पार्क में कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका। इसके बाद आरकेपुरम थाने में मौजूद सत्यपाल मलिक ने आरके पुरम थाने में ही खाने की सभी समाग्री मंगवाकर वहीं खाना बनवाया और भंडारा करवा दिया। इसके बाद नेता अपने घर के लिए निकल गए। जबकि गुरनाम सिंह चढूनी और उनके समर्थकों को जाफरपुर कलां थाने ले जाकर छोड़ा था, जहां से वे अपने घर के लिए चले गए।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को मलिक मामले में कहा कि वह ऐसे लोगों की निंदा करते हैं, जो नकारात्मकता फैलाते हैं और देश की प्रगति में बाधा डालते हैं। गोयल ने कहा कि वे सकारात्मक सोच वाले लोग हैं। दुर्भाग्य से कुछ लोग नकारात्मक सोच रखते हैं। वे लोगों को गुमराह करके देश के विकास की प्रगति को रोकने की कोशिश करते हैं।
कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पुलवामा हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के हाल के खुलासे से जो तथ्य सामने आए हैं, वे हैरान करते हैं। उम्मीद थी कि सरकार इसका जवाब देगी, लेकिन आश्चर्य की बात है कि सरकार चुप्पी साध ली है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पहले ही लग रहा था कि खुलासे के बाद मलिक के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होगी।