SBI ने डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट में की कटौती
सार्वजिनक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने 1 से तीन साल तक के लिए जमा की जाने वाली बड़ी धनराशि पर ब्याज दरों में 15 बेसिस पॉइंट्स तक की कमी कर दी है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से लागू की गई यह कटौती तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। दूसरी तरफ निजी सेक्टर के ऐक्सिस बैंक ने एमसीएलआर में कटौती कर दी है। केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 के नोटों को बंद किए जाने के बाद बड़े पैमाने पर राशि जमा होने के बाद बैंकों ने यह फैसला लिया है।
एमसीएलआर का अर्थ बैंक की ओर से जारी किए जाने वाले कर्ज की औसत ब्याज दर से होता है। पूरे देश में बैंकों में जमा राशि में बड़े इजाफे के बाद अब अन्य बैंकों की ओर से भी जमा राशि और कर्ज के ब्याज दर में कटौती का ऐलान किया जा सकता है। एसबीआई ने अब जमा राशि पर जो ब्याज दरें घोषित की हैं, वह इस प्रकार है। एक साल की जमा राशि पर 6.90%, दो साल की जमा पर 6.95% और तीन साल की जमा पर 6.85% की दर तय की गई है।
क्या होता है एमसीएलआर?
एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट) का अर्थ बैंक की ओर से होम लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन और अन्य लोन्स पर तय न्यूनतम ब्याज दर से होता है। रिजर्व बैंक के आदेशों के बाद 1 अप्रैल, 2016 से बैंकों ने इसकी शुरुआत की है।