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वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को मिला पद्म भूषण सम्मान

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने हाथों से गुलाम नबी आजाद को यह सम्मान दिया। बता दें कि इसी वर्ष 26 जनवरी की शाम को भारत सरकार ने गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण और संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर शास्त्री के कार्य को देखते हुए पद्मश्री देने का ऐलान किया था।

इस वर्ष, कुल 128 पद्म पुरस्कार प्रदान किए जा रहे हैं, जिसमें दो युगल मामले शामिल हैं (एक युगल मामले में, पुरस्कार की गणना एक के रूप में की जाती है)। इस वर्ष चार पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्म श्री दिये जाएंगे। 34 पुरस्कार विजेता महिलाएं हैं और सूची में विदेशियों / एनआरआई / पीआईओ / ओसीआई की श्रेणी के 10 व्यक्ति और 13 मरणोपरांत पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं। दूसरा नागरिक अलंकरण समारोह 28 मार्च को आयोजित होने वाला है।

प्रमुख पुरस्कार विजेताओं में पद्म विभूषण प्राप्तकर्ता जनरल रावत (मरणोपरांत) और गीता प्रेस के दिवंगत अध्यक्ष राधे श्याम, पद्म भूषण पुरस्कार विजेता गुलाम नबी आजाद, पंजाबी लोक गायक गुरमीत बावा (मरणोपरांत), टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन, पूर्व सीएजी राजीव महर्षि, कोविशील्ड के निर्माता साइरस पूनावाला भी शामिल हैं। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म विभूषण’ प्रदान किया जाता है; उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म भूषण’ और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म श्री’ दिया जाता है। पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।

पिछले साल हेलीकॉप्टर क्रैश में इस देश को अलविदा कहने वाले दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. इस अवार्ड को लेने के लिए बिपिन रावत की दोनों बेटियां कृतिका और तारिणी उपस्थित रहीं जिन्होंने राष्ट्रपति के हाथों यह पुरस्कार दिया गया. पैरालंपिंक्स में भारत की ओर से भाला फेंक प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया (Devendra Jhajharia ) को भी पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के एमडी साइरस पूनावाला को भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया. साइरस पूनावाला को पद्म भूषण पुरस्कार व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए दिया गया है. बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण किया है.

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